एसडीएम की पहल से जलेगांव में चक्का जाम फिलहाल स्थगित

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देव सिंह भारती

जनपथ टुडे, डिंडौरी, 11 जनवरी 2021, जनपद पंचायत अमरपुर क्षेत्रातंर्गत ग्राम पंचायत जलेगांव की अनियमित्ताओं की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई थी। इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा जांच दल गठन किया जाकर ग्राम पंचायत जलेगांव की जांच कराई गई। जांच दो चरणों में दिनांक 05/ 09/2020 एवं 14 /09/ 2020 के अनुसार जांच में 3866615 रू. का गबन होना पाया गया। इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा 4 जनवरी को जिला एवं पुलिस प्रशासन को आवेदन देकर जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए लेख किया गया था कि कार्यवाही न होने की दशा में 11 जनवरी को डिंडौरी बिछिया मुख्य मार्ग के जलेगांव में धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम किया जावेगा। परंतु समय पूर्व एसडीएम महेश मंडलोई की पहल पर चक्का जाम धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया। एसडीएम द्वारा समझाइश दी गई कि कार्यवाही हेतु प्रकरण कलेक्टर न्यायालय में लंबित हैं, कार्यवाही जारी हैं जिसमें सभी का पक्ष सुनकर ही निर्णयात्मक स्थिति में पहुंचा जा सकेगा।

 

प्रतिवेदन अनुसार वर्ष 2015 से यह गोरखधंधे का खेल खेला जा रहा था। जिसमें मनरेगा बीआरजी एफ बस्ती विकास परफार्मेंश ग्रांट फंट 14 वें वित्त आयोग मद सम्मिलित हैं। पूरे कार्यकाल में जो भी निर्माण कार्य किए गए हैं, स्वीकृति एवं मूल्यांकन से अधिक राशि आहरण व व्यय किया गया हैं। यही अतिरिक्त राशि 3866615 रू. तक पहुंच गई हैं और पूरे 5 वर्षो में किसी भी जिम्मेदार अधिकारी की नजर नहीं पड़ी या इस पंचायत की निरीक्षण ही नहीं किया गया अब प्रश्न यह भी उठता हैं कि अतिरिक्त राशि आयी कहां से तो शायद यह राशि 14 वें वित्त की ही हो सकती हैं, जो सीधे पंचायत खाते में आती हैं। अब देखना यह भी जरूरी हो जाता हैं, कि वास्तव में इस राशि से जो निर्माण कार्य किए गए हैं वह कागजों तक ही सीमित तो नहीं हैं। बात आती हैं, समग्र स्वच्छता मिशन की जांच प्रतिवेदन में लेट किया गया हैं सचिव के प्रतिवेदन अनुसार 2018-19 में 21 लाख 78 हजार आवंटन प्राप्त जिसमें 182 हितग्राहियों का शौचालय निर्माण कराया गया हैं, जिसमें 1955200 रू. हितग्राही एवं सप्लायरों को भुगतान कर दिया गया हैं, इस प्रकार जांच दल द्वारा आरोपी से ही खुद की जांच करा ली गई इस प्रकार जांच की गई हैं जिससे ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं।

 

दस फीट नीचे नहीं दस फिट हवा में उड़ रहे है भ्रष्टाचारी, मुख्यमंत्री की धमकी का नहीं असर

प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना हैं, कि भ्रष्टाचारियों को 10 फीट जमीन में गाड़ देंगे। यह कितने फीट गहरे में और कब तक गाडे़ जाएंगे यह सवाल जलेगांव जैसे भ्रष्टाचार में डूबी हर पंचायत के ग्रामीण जानना चाहते है। भ्रष्टाचार और गबन जब जांच में भी सही पाए गए हो तब इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही में आखिर इतनी देरी क्यों हो रही है। जिले की पंचायतों में भ्रष्टाचार करने के बाद भी दोषी सरपंच, सचिव और इन मामलों में संलिप्त उप यंत्री फिलहाल दस फुट ऊपर उड़ते दिख रहे है कम से कम जिले में तो भ्रष्टाचारियों की सेहत और मुख्यमंत्री की इस धमकी का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है वे कल भी हवा में थे और आज भी हवा में है उन्हें प्रशासन की कार्यप्रणाली पर पूरा भरोसा है।

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