
मूलभूत सुविधाओं को मोहताज मुसामुंडी पंचायत के रहवासी
समस्याओं का समाधान नहीं होने से वार्डवासियों में रोष
जनपथ टुडे, 26 अगस्त 2020, गोरखपुर – करंजिया विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मुसामुंडी के वार्ड क्रमांक 7 के नागरिक आजादी के सात दशक बाद भी पेयजल एवं सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में नारकीय जीवन जीने मजबूर हैं। वार्ड में पानी, सड़क जैसी समस्या वर्षों से बनी हुई हैं, लेकिन समाधान नहीं किया जा सका जबकि सरकार बदली, नेता बदले, अधिकारी कर्मचारी बदले, नहीं बदली तो इस गांव की तस्वीर, ऐसे में सरकार के विकास के दावे खोखले साबित हो रहें है।
अभी बरसात में हालात और बद से बदतर हो गएं हैं। जबकि वार्डवासियों ने इस मुद्दे को लेकर अनेकों बार पंच से लेकर सरपंच, क्षेत्रीय विधायक, सांसद, पंचायत सचिव सहित जनपद के जनप्रतिनिधियों के साथ जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया परंतु कोई नहीं सुनता यहां की स्थिति के बारे में पंचायत के जिम्मेदार भलीभांति परिचित हैं, बावजूद इसके समस्याओ का समाधान नहीं हो पाया हैं। इसी के चलते वार्डवासियों में पंचायत की गतिविधियों को लेकर काफी नाराजगी भी हैं ।
कुआं का गंदा पानी पीने की मजबूरी
वार्ड में निवासरत हरिजन मोहल्ला के केसलाल बनावल, केशव बनावल ने बताया कि मुसामुंडी में पंचायत का दर्जा तो हैं लेकिन उन्हें संसाधन नाममात्र को भी नहीं दिया जाता ।
आज भी यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र से बद्तर जीवन जीने मजबूर हैं, उनके लिए न तो अच्छी सड़क बनाई गई हैं और न ही पेयजल की उचित व्यवस्था हैं। ग्रामीणों को पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा हैं। आबादी के बाहर खेत में बने एक मात्र कुआं से ही पीने योग्य पानी मिलता हैं लेकिन इन दिनों उस कुएं का पानी भी दूषित हो गया हैं क्योंकि बरसात का गंदा पानी कुआं में मिल जाने से पानी पीने योग्य नहीं बचा बावजूद इसके मोहल्लावासी गंदा पानी पीने मजबूर हैं क्योंकि मोहल्ले में पेयजल के अन्य साधन मौजूद नहीं हैं मोहल्लावासियों ने आरोप लगाया कि मूलभूत सुविधाओं से जुझते इस मोहल्ले की ओर जनप्रतिनिधियों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं हैं। मोहल्ले की लगातार बढ़ती आबादी को देखते हुए यहां अतिरिक्त हैंडपंप खनन किये जाने की मांग की हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड की पेयजल समस्या को लेकर उन्होंने सरपंच, विधायक एवं लोक स्वास्थय यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन इसके बावजूद भी आज तक समस्या जस की तस बनी हुई हैं। गौरतलब हैं कि मोहल्ला में पेयजल के पर्याप्त साधन नहीं होने की वजह से गर्मी के मौसम में यहां निवास कर रहे लोगों को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ता हैं।
मोहल्लावासियों ने बताया अभी 1 किमी. दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा हैं। ग्रामीणों ने बताया कच्ची सड़क होने के कारण बारिश के मौसम में पुरा मार्ग कीचड़ की वजह से दलदल में तब्दील हो गया हैं, ऐसे में आवागमन करने में काफी कठिनाईयों को सामना करना पड़ता हैं खासतौर पर बरसात के मौसम में तो फजीहत हो जाती हैं यहां से आने-जाने वाले वाहन चालक खेतों में जाने वाले किसान राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। जरा सी बारिश में सड़क में कीचड़ इतना हैं कि यहां से बैलगाड़ी से भी खेत में नहीं जाया जा सकता हैं । स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी होती हैं, कई बार बच्चें सड़क के दलदलों में फसकर, गिरकर घायल हो जाते है। जबकि बारिश के समय इस मोहल्ले में बीमार होने वाले किसी भी व्यक्ति का उपचार कराना मुश्किल हो जाता हैं दरअसल कीचड़ और उबड़-खाबड़ वाला रास्ता होने से वाहन चालक मोहल्ला तक आने के लिए तैयार नहीं होते ऐसी स्थिति में मरीज को सही समय पर उपचार नहीं मिल पाता कच्ची सड़क होने से बरसात के दिनों में कीचड़ हो जाता हैं जिससे आने-जाने में परेशानी होती हैं।मार्ग पर कीचड़ व फिसलन होने से दुपहिया वाहन तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल होता हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि वर्षों से सड़क के यही हाल पर अभी तक किसी ने सुध नहीं लिया सड़क की स्थिति जस के तस हैं।
साधन मुहैया कराएं सरकार –
ग्रामीण मुरली बनावल,संतोषी बनावल,लीला बनावल सहित अन्य लोगों ने एक स्वर में आवाज बुलंद करते हुए कहा कि यहां शासन प्रशासन वो समस्त सुविधा मुहैया कराए जिसके हम हकदार हैं। हम जिन हालातों में रहकर यहां जीवन जी रहें हैं हमी जानते हैं पूरा मोहल्ला बरसाती
खरपतवार एवं झाड़ी के चपेट में शाम होते ही बरसाती कीड़े मकोड़ों के डर के कारण घरों में दुबक जाते हैं।
बताया गया कि मोहल्ले के पीछे बने सार्वजनिक तालाब में जाने के लिए कीचड़ युक्त मार्ग से जाना किसी सजा से कम नहीं हैं।
मोहल्लावासियों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाते हुए मांग की हैं कि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए ।