
पुलिस की सराहनीय पहल मां को उसके चार माह के बच्चे से मिलवाया
थाने में खाना खिलाया और हंसी खुशी दंपत्ति को समझाइश दे कर घर रवाना किया
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 19 सितंबर 2020, बिना किसी कार्यवाही के सामाजिक जिम्मेदारी जिले की पुलिस निभा रही है। बजाग थाना क्षेत्र में आज एक ऐसा ही मामला देखने को मिला, जब बजाग पुलिस की कार्रवाई को जानकर लोग बजाग पुलिस की दरियादिली की तारीफ जरूर करेंगे।
पूरा मामला डिंडोरी जिले के बाजाग थाना क्षेत्र का है जहां पीड़ित महिला सावित्रीबाई बजाग के थाना प्रभारी अनुराग जानदार के पास इस बात की शिकायत लेकर पहुंचे थे उसके पति ने बीती रात उसके साथ शराब पीकर मारपीट की और उसके 4 माह के दूध पीते बच्चे को भी अपने पास जबरन रख लिया और उसे घर से भगा दिया। रात को महिला सावित्री ने जैसे तैसे भाग कर अपनी जान बचाई और अपनी बड़ी बहन के घर पहुंच गई। वहीं जब सुबह हुई तो महिला सावित्रीबाई अपने बुजुर्ग पिता के साथ बजाग थाने पहुंची और पूरा घटनाक्रम बताते हुए बच्चा दिलाए जाने कि थाना प्रभारी से गुहार लगाई। और पति के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
घटना को बारीकी से समझते हुए बजाग थाना प्रभारी अनुराग जामदार ने देर किए बगैर एक पुलिसकर्मी को भेज महिला के पति को बुलवा लिया और अपने उसके पति उमेश को समझाइश दी। थाना प्रभारी के समझाने के बाद थाना प्रभारी ने सावित्री की ममता को महसूस किया और फौरन ही उसके पति से कहा कि बच्चे को उसकी मां की गोद में दे। महिला की गोद से जैसे ही उसके कलेजे का टुकड़ा पहुंचा वैसे ही वह उसे दुलार करने लगी थाना प्रभारी ने महिला का मन टटोलते हुए उसे अपने कमरे से बाहर जाने को कहा ताकि वह अपने बच्चे को स्तनपान करवा सकें। वहीं इस बीच थाना प्रभारी अनुराग जानदार ने महिला के पति को समझाया कि शराब ने जिले भर में कई परिवार बर्बाद की है और न जाने इस कारण कई महिलाएं विधवा हो चुकी है और कई बच्चे यतिमो की तरह अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। सावित्री के पति ने माफी मांगते हुए दोबारा ऐसी गलती कभी नहीं होगी का आश्वासन दिया। वही थाना प्रभारी अनुराग जामदार ने पीड़ित महिला को एवं उसके परिजनों को भोजन कराया उसके बाद वे अपने घर को रवाना हुए। थाना प्रभारी अनुराग जानदार का कहना है उन्होंने डिंडोरी पुलिस अधीक्षक संजय सिंह से मिले निर्देशों का पालन किया है जहां सभी पुलिसकर्मियों को सामाजिक पुलिसइंग का कार्य करने को कहा गया है निश्चित ही डिंडोरी की बजाग पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ नव दंपतियों का परिवार टूटने से बचा बल्कि समाज को पुलिस की दरियादिली देखने को मिली।