
चंबल में एक और कांग्रेसी निकला बागी चुनाव के पहले कांग्रेस छोड़ बसपा में हुआ शामिल
जनपथ टुडे, ग्वालियर, 24 सितंबर 2020 कल कांग्रेस के खाते में एक और बगावत दर्ज की गई ग्वालियर चंबल संभाग के भांडेर क्षेत्र में 9 दिन पहले खुले मंच पर विरोध करने वाले कांग्रेसी नेता पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध ने कांग्रेस को छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है उप चुनाव के ठीक पहले कॉन्ग्रेस से बगावत कर उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। गौरतलब है कि विगत दिनों कांग्रेस द्वारा उप चुनाव हेतु जारी किए गए अपने उम्मीदवार की सूची में भांडेर क्षेत्र से फूल सिंह बरैया को टिकट दिए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया है, बरैया मध्य प्रदेश के विगत राज्यसभा सांसद के चुनाव में उम्मीदवार थे और वे चुनाव हार गए थे अब इन्हें भांडेर सीट से कांग्रेस से टिकट देकर चुनाव जीतने का मंसूबा बनाया था क्योंकि सीट पर अनुसूचित जाति के वोटों की बहुलता है यहां फूल सिंह बरैया को उतारकर कांग्रेस ने चुनाव जीतने का समीकरण जरूरी उठाया था किंतु कांग्रेस के ही पूर्व मंत्री रह चुके श्री बौद्ध ने भी उसी गणित को देखते हुए कांग्रेस से बगावत कर दी बीएसपी का दामन थाम लिया है और बसपा उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है। जो कांग्रेस की परेशानी हो सकती है और यह सीट भी कांग्रेस के लिए खतरे में जा सकती है। गौरतलब है कि फूल सिंह बरैया मैं अपनी राजनीति की शुरुआत बहुजन समाजवादी पार्टी से की थी और वे उसके प्रदेश संगठन के मजबूत स्तंभ माने जाते थे किंतु उसके बाद उन्होंने अपना अलग दल बनाया फिर भाजपा से होते हुए कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं और उनके बारे में बताया जाता है कि ग्वालियर चंबल संभाग की लगभग सभी सीटों पर सभी पार्टियों से चुनाव लड़ चुके है पर जीत नहीं पाए। मूलरूप से शहर की ग्वालियर शहर के निवासी फूल सिंह बरैया चंबल की सभी विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ चुके हैं और कहीं से भी चुनाव जीतने में सफल नहीं रहे उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा है और बहुजन पार्टी के वोट बैंक वाली सीट से कांग्रेस मैदान में उतारा है ताकि जीत की अच्छी उम्मीद की जा सके किंतु कांग्रेस का दाव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है।
प्रदेश में होने जा रहे हैं गांव में उपचुनाव में सरकार का फैसला ग्वालियर चंबल संभाग से ही होगा क्योंकि उपचुनाव में सबसे अधिक विधानसभा सीटें चंबल संभाग की ही है और यहां भाजपा के विरुद्ध सिंधिया के खिलाफ लोगों को बताया जा रहा है जिसका फायदा कांग्रेस अपने खाते में देख रही है किंतु यहां एक और उल्लेखनीय है कि ग्वालियर चंबल संभाग में ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां भाजपा के अलावा कांग्रेस को टक्कर देने के लिए सपा और बसपा का भी अपना आधार है और इन क्षेत्रों में लगातार सपा और बसपा अपना बेहतर प्रदर्शन दिखाती रही आने वाले चुनाव में यदि कांग्रेस और भाजपा का बिगड़ता गणित सपा और बसपा को कुछ सीटें दे जाए तो कोई अचंभा नहीं होना चाहिए
टिकट कटने से नाराज चल रहे थे बौद्ध
उप चुनाव के पहले श्री महेंद्र बॉस बौद्ध का कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थामना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है विगत 50 वर्षों से कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अपनी उपेक्षा और उनका टिकट काटकर फूल सिंह बरैया को काम जल्द उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज थे। 10 दिन पूर्व श्री महेंद्र बौद्ध ने एक सार्वजानिक कार्यक्रम में अपनी उपेक्षा का विरोध करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से कहा था कि साहब मेरे साथ लगातार अन्याय हो रहा है और लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में मेरा 6 बार टिकट काटा गया है। पार्टी ने भांडेर से इसे टिकट दिया है वह लगातार कांग्रेस की विरोधी पार्टियों से नेतागिरी करते रहें जबकि मैं 50 वर्ष से कांग्रेस की सेवा कर रहा हूं और मेरी यह अपेक्षा की जा रही है।