
शैल्बी हॉस्पिटल की मान्यता समाप्त करने दिल्ली पहुंची फाइल
जनपथ टुडे, जबलपुर, 16 अक्टूबर 2020, नगर में खुलेआम मरीजों को लूटने के लिए बदनाम और कई आरोपों को झेल रहे मन्नूलाल ट्रस्ट द्वारा संचालित शैल्बी हॉस्पिटल की मान्यता समाप्त करने के लिए सी जी एच एस के एडिशनल डायरेक्टर ने फाइल दिल्ली मुख्यालय को भेज दी है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा, मन्नूलाल ट्रस्ट द्वारा संचालित शैल्बी हॉस्पिटल के प्रबंधक ने सरकार द्वारा निर्धारित कोरोना के मरीजों की इलाज दर को मानने से इनकार कर दिया है।
शैल्बी अस्पताल ने इसमें अनोखा ही तर्क दिया है कि कोरोना के इलाज में आने वाला खर्च उनके अस्पताल में अधिक आता है। इसलिए वह सीजीएचएस की निर्धारित दरे नहीं मान सकते। जबकि प्रदेश के साथ ही जबलपुर के अन्य अस्पतालों में इलाज के लिए निर्धारित शासकीय दरों को मान्य कर रहे हैं। शैल्बी हॉस्पिटल की मनमानी और लापरवाही सबसे बड़ा तमाचा प्रशासन के मुंह पर पड़ा था जब क्लास वन अधिकारी स्वर्गीय कुरील को आधी रात को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया था और उनकी पत्नी सुबह तक अन्य अस्पतालों में भटकती रहीं उन्हें मेडिकल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी इसके बाद जबलपुर कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे जो अभी तक सरकारी फाइल में ठंडे बस्ते में पड़ी हैं। इस अस्पताल में आम जनता को लूटने रिकॉर्ड बनाया है। वहीं आम लोगों द्वारा खुलेआम लगाए गए आरोपों से साबित होता है ऐसे अस्पताल में सिर्फ जनता को लूटने आए हैं और ट्रस्ट के नाम पर इनका संचालन कर अन्य फायदे प्रबंधन द्वारा लिए जा रहे है इनकी भी बारीकी से जांच होनी चाहिए।