
बाजार में बढ़ रही भीड़ भाड़ चुस्त-दुरुस्त और सख्त यातायात व्यवस्था की दरकार
अव्यवस्थित पार्किंग और मनमाने यातायात से लग रहा जाम, नगर में हो रही दर्जनों छोटी दुर्घटनाएं
जनपथ टुडे, डिंडोरी 9 नवंबर 2020, इन दिनों दीपावली का असर बाजार पर अभी से नजर आने लगा है व शहर के बाजारों में भीड़ भाड बढ़ रही है। जिला मुख्यालय की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ी है कारोबार के साथ-साथ शासकीय कार्यालयों, बैंकों आदि में भी खासी भीड़ दिखाई दे रही है। कारोबार में तेजी और बढ़ती भीड़ से नगर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है वही छोटी दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ रही है।
एक तरफ त्योहारों के चलते सड़कों की तरफ फैलती दुकानें और अव्यवस्थित पार्किंग से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं प्रतिदिन नगर के भीतर काफी सारी दुर्घटनाएं हो रही है।
अधिक प्रभावित क्षेत्र
जिला कलेक्ट्रेट के सामने मुख्य मुख्य मार्ग से जैन पैट्रोल पंप तक सड़क पर दोनों और अव्यवस्थित पार्किंग से देर शाम तक यातायात प्रभावित बना रहता है, वही मनीषा लाज के आसपास व यूनियन बैंक के सामने यातायात पूरी तरह ठप्प रहता है। स्टेट बैंक से खनूजा कालोनी वासियों का निकलना दूभर है। भाजपा कार्यालय से लेकर सब्जी मंडी, गांधी चौक, भारत माता चौक तक आधी से अधिक सड़क अवस्थित पार्किंग और ठेले वालों के बेजा कब्जे से बेहाल है। नर्मदा पुल से देवरा तिराहे तक सड़क पर व्यवस्थाओं को देखने वाला कोई माई बाप ही नहीं है। पुरानी डिंडोरी तिराहा, सब्जी मण्डी क्षेत्र, से लेकर समनापुर तिराहे तक लोगों का निकलना कठिन है। सड़क पर फैलती दुकानें, पार्किंग के साथ साथ मवेशियों का भी अड्डा सड़कों पर ही दिखाई देता है ऊपर से आटो चालकों और टैक्सियों का तांडव वाहन चलाना और जान बचाना दोनों कठिन हो रहा है आमजन के लिए।
यातायात, प्रशासन और नगर पंचायत की मुस्तैदी जरूरी
इन दिनों शहर में बढ़ती भीड़ से यातायात व्यवस्था चरमरा चुकी है। अव्यवस्थित पार्किंग, सड़क पर फैलती दुकानों, आवारा जानवरों पर कोई नियंत्रण नहीं दिखाई दे रहा है। अव्यवस्था और दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए यातायात पुलिस को इस दिशा में गंभीरता से नियंत्रण के प्रयास करने होगे सड़क पर पार्क वाहनों पर कठोर कार्यवाही के साथ साथ प्रशासन को सड़क पर फ़ैल रही दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लगने वाले जाम और दुर्घटनाओं से निजात मिल सके। नगर परिषद की नजर में आवारा पशु आ जाए तो कुछ हद तक नगर का यातायात सुधारा जा सकता है। जनहित में चुस्त दुरुस्त यातायात व्यवस्था की दरकार है।