
बी. चंद्रशेखर, कमिश्नर ( जबलपुर संभाग) 26 नवंबर को डिंडौरी आयेंगे
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 25 नवंबर 2020, कमिश्नर, जबलपुर संभाग श्री बी. चंद्रशेखर 26 नवंबर 2020 को डिंडौरी आगमन कर विभागीय कार्याें एवं निर्माण कार्याें की समीक्षा करेंगे। संभागायुक्त जबलपुर संभाग इस अवसर पर जिले का भ्रमण कर सहकारी उचित मूल्य की दुकान, आंगनबाडी केन्द्र, धान उपार्जन केन्द्र, मनरेगा के कार्य, एनआरएलएम के कार्य, पीएम किसान योजना, आहार अनुदान योजना, स्वामित्व योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, मातृ वंदना योजना सहित निर्माण कार्याें का अवलोकन करेंगे।
कलेक्टर श्री कार्तिकेयन मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कमिश्नर जबलपुर संभाग के आगमन की तैयारियों के लिए विभागीय कार्याें एवं निर्माण कार्याें की समीक्षा की, उन्होंने सभी अधिकारियों को संपूर्ण तैयारियों के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी, अपर कलेक्टर, एसडीएम डिंडौरी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, जिला समन्वयक सर्वषिक्षा अभियान, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला योजना अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कार्यपालन यंत्री आरईएस, कार्यपालन यंत्री पीएचई सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
EE PWD को नोटिस जारी
कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन ने संभागायुक्त के आगमन की तैयारियों के लिए बैठक आयोजित कर सभी अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए थे। जिससे विभागीय कार्याें की समीक्षा की जा सके, निर्देशों के बावजूद भी कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग बैठक में अनुपस्थित रहे। कलेक्टर ने इस प्रकार की कार्यप्रणाली को गंभीरता से लेते हुए कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
2009 से 2011 तक डिंडोरी जिला कलेक्टर रह चुके है बी. चंद्रशेखर
जबलपुर संभाग में बढ़ते कोरोना के प्रभाव के चलते यहां आर के मिश्रा को हटा कर महेश चन्द्र चौधरी को संभागायुक्त बनाया गया और फिर श्री चौधरी को हटाकर अलीराजपुर, झाबुआ, डिंडोरी, बालाघाट, बैतूल और रतलाम जिलों के कलेक्टर रहे बी. चन्द्र शेखर को 23 सितम्बर 2020 को जबलपुर संभाग का कमिश्नर बनाया गया है। मूलतः महाराष्ट्र के गोदिया के रहने वाले बी. चन्द्रशेखर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खास माने जाते है।
जबलपुर संभागायुक्त बी. चन्द्रशेखर 11 जुलाई 2009 से 4 जून 2011 तक लगभग दो वर्ष तक डिंडोरी जिले के कलेक्टर रहे है और उनका कार्यकाल जिले के विकास और सुधारों के लिए महत्वपूर्ण समय माना जाता है। डिंडोरी में उनकी पहचान कठोर निर्णय और सख्त कार्य प्रणाली के अधिकारी के रूप में रही है। जिला मुख्यालय के सौंदरयीकरण के लिए उन्होंने विशेष प्रयास किए थे उसी क्रम में शहर के घाटों के निर्माण पार्क आदि कार्यों की रूपरेखा तैयार की गई थी।