
उज्जैन/ रेप के आरोपी कांस्टेबल को बचाने साथी पुलिसकर्मी ने अपना डीएनए सैंपल भेज दिया
जनपथ टुडे, उज्जैन, 8 दिसंबर 2020, मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल को बचाने के लिए खाकी फिर दागदार हुई है। कांस्टेबल को बचाने के लिए उसके एक साथी कांस्टेबल ने डीएनए जांच के लिए अपना स्पर्म और ब्लड सैंपल भेज दिया। हालांकि समय रहते यह आला अफसरों को पता चल गया मामले में एसपी सुरेंद्र कुमार शुक्ल ने जांच के आदेश दिए हैं, कहा है कि दोषी पाए जाने पर कार्यवाही होगी।
मामला उज्जैन के न्यू अशोक नगर में एक युवती किराए के मकान में रहकर सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रही थी लड़की की दोस्ती पड़ोस में रहने वाले कांस्टेबल अजय अस्तेय से हुई और वह युवती को शादी का झांसा देकर 3 साल तक उसका दैहिक शोषण करता रहा। 4 दिसंबर को युवती को अजय की सगाई किसी और लड़की से होने की बात पता चली तो कांस्टेबल के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया। उसके बाद अजय को नागझिरी में शादी समारोह लौटते समय गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस आरोपी को 5 दिसंबर को मेडिकल कराने जिला चिकित्सालय ले गई जहां डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल परीक्षण कर सैंपल भोपाल भेजने हेतु लिए। जहा पीड़िता युवती और आरोपी सिपाही के डीएनए प्रोफाइल का मिलान होना था। प्रोफाइल मैच करते ही साबित हो जाता कि कांस्टेबल ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। यदि डीएनए प्रोफाइल मैच नहीं करती तो पुलिस कोर्ट में साबित करने में फेल हो जाती की अजय ने युवती के साथ रेप किया था और तब सबूतों के आभाव में आरोपी बच जाता।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में आरोपी के साथी कांस्टेबल ने अपनी पहचान छुपाते हुए ब्लड और स्पर्म का सैंपल दे दिया। अस्पताल के स्वास्थकर्मी को इसका पता चल गया और उसने इसकी जानकारी अपने अधिकारियों को दी, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने सूचना पुलिस अधिकारियों को दी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कांस्टेबलों की इस साजिश का जब उच्च अधिकारियों को पता चला तो उन्होंने अजय को शनिवार 5 दिसंबर को जेल नहीं भेजा। रविवार यानी 6 दिसंबर को एक सब इंस्पेक्टर की निगरानी में आरोपी का फिर मेडिकल परीक्षण कराया गया इसके बाद सेंट्रल जेल भेजा गया। बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा आरोपी कांस्टेबल के साथी को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले कि जांच चल रही है उसके आधार पर आगामी कार्यवाही की जावेगी।