
धनकुबेर खनिज अधिकारी को बर्खास्त करने की प्रक्रिया तेज- सरकार सख्त
अभिमत के लिए प्रस्ताव पीएससी को भेजा
जनपथ टुडे, डिण्डोरी 29 दिसम्बर 2020, श्योपुर के जिला खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना के इंदौर स्थित आवास पर 4 सितंबर 2020 को लोकायुक्त ने छापा मारा था। इस दौरान खन्ना बाहर आकर पुलिस वालों को चाय समोसे का नाश्ता कराते नजर आए थे, जो ख़बरों की सुर्खियों में रहा।
मुख्यमंत्री की फटकार के बाद जीएडी ने तैयार किया बर्खास्तगी का प्रस्ताव
32 साल की नौकरी में छह बार सस्पेंड हो चुके हैं, लोकायुक्त छापे में 9 लाख मिले थे फिलहाल धनकुबेर खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। राज्य शासन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फटकार के बाद सामान्य प्रशासन विभाग /(जीडीए) ने इसकी प्रक्रिया तेज करते हुए प्रस्ताव अभिमत के लिए मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) को भेज दिया है। इसके बाद जीएडी प्रदीप खन्ना को बर्खास्त करने का प्रस्ताव कैबिनेट को भेजेगा।
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि जिला खनिज अधिकारी प्रदीप खन्ना 32 साल की नौकरी में छह बार सस्पेंड हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने खनिज विभाग की बैठक में 7 सितंबर को खन्ना जैसे अफसरों को बर्खास्त करने और दागी अफसरों को हटाने के निर्देश दिए थे। खन्ना के खिलाफ 20:50 के फार्मूले के तहत कार्यवाही की जा रही है। नियम के तहत उन अफसरों के सर्विस रिकॉर्ड की जांच की जाती है, जिनकी उम्र 50 से ज्यादा हो गई है या फिर 20 साल की नौकरी पूरी हो गई है। फार्मूले के तहत खनिज विभाग ने खन्ना के खिलाफ कार्यवाही का प्रस्ताव बनाकर जीएडी को भेजा था।
प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस ने इसी साल 4 सितंबर को आय से अधिक संपत्ति मामले में खन्ना के भोपाल और इंदौर स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापे में खनिज अधिकारी के पास चार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली थी, साथ ही, सर्चिंग में टीम को जमीन से जुड़े दस्तावेज, भोपाल में बंगला, 13 लाख की ज्वेलरी, एक किलो चांदी 9 लाख रुपए नगद, 2 कार और चार दोपहिया वाहन मिले थे। वहीं, इंदौर में एक फ्लैट और बायपास स्थित नया मकान मिला था, जिसे सील कर दिया है। लोकायुक्त खन्ना के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज कर जांच कर रही है।