
“हनी ट्रैप” मामले की वीडियो टेप ओरिजनल पाए गए
प्रदेश में बढ़ी सियासी हलचल
“हनी ट्रैप” और “कैश कांड” में उलझे माननीय और सम्मानित
जनपथ टुडे, डेस्क रिपोर्ट, 9 जनवरी 2021, प्रदेश में बहुचर्चित “हनी ट्रैप” मामले में मचे भारी बबाल के बाद पूरी तरह से इस मामले की चर्चा ख़तम हो गई थी और कहां जा रहा था कि कई बड़े नेताओं और अधिकारियों के इसमें शामिल होने के कारण मामला दबाया गया है। किन्तु अब इस मामले में यह बात निकल कर आ रही है कि यह हाई प्रोफ़ाइल मामला प्रमाणित हो गया है क्योंकि इस मामले में गिरफ्तार की गई लड़कियों के मोबाइल और लैपटॉप से मिले अश्लील विडियोज, जप्त किए गए थे FSL हैदराबाद की लैब रिपोर्ट में सभी के ओरिजिनल होने पुष्टि की गई है। विश्वस्त सूत्रों से इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद से प्रदेश में सियाशी हलचल भी तेज हो गई है। क्योंकि इस मामले के वायरल हुए वीडियो में लड़कियों के साथ कई VIP रंगरेलिया मनाते दिखाई दे रहे थे।
उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर 2019 को इंदौर के पलासिया थाने में नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर धोखाधड़ी और ब्लैक मेलिंग की धारा में मामला दर्ज कर जांच करते हुए पुलिस ने पांच महिलाओं और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार किया था, महिलाओं के इस से शातिर गिरोह के पास से मिले विडियोज से इस बात का खुलासा हुआ था कि इनके द्वारा कई नेताओं और अफसरों के साथ अश्लील क्रिया कलाप किए जाते रहे है और ये उनके वीडियो भी बनाती थी। इसके बाद मामले की जांच के लिए SIT बना दी गई थी। गिरफ्तार महिलाओं ने जमानत की अपील भी की थी किन्तु मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी भी महिला को जमानत नहीं मिली थी।
सरकारी खजाने पर अय्याशी का खेल
मामले की शुरुआत एक इंजीनियर को इन महिलाओं द्वारा सेक्स वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल किए जाने से ही हुई थी। बताया जाता है कि इस गिरोह की महिलाओं के पास मिले वीडियो में कई हाई प्रोफ़ाइल ब्यूरो क्रेट्स, नेताओं, मंत्रियों और कारोबारियों को इनके द्वारा जाल में फंसाया गया था उन्हें ब्लैक मेल कर सरकारी कामों के जरिए भी इनके द्वारा मोटा धन कमाया जा रहा था, अय्याशी करने वाले कई जिम्मेदार अपनी जान बचाने चुपचाप इस गिरोह के इशारे पर काम कर उनको लाभ पहुंचा रहे थे। कुल मिला कर कुछ घिनौने शौक रखने वालों का जुर्माना सरकारी खजाने को भुगतना पड़ रहा था, इन महिलाओं सहित उनके ड्राइवर तक की मोटी कमाई और संपत्तियों का खुलासा भी हो रहा था। अब मुख्य जांच ये ही होना है कि हनी ट्रैप में जिन असरदार लोगों के नाम आ रहे है उन्होंने इस गिरोह को नियम विरूद्ध कार्य करके कितना लाभ पहुंचाया है और सरकार को कैसे कैसे और कितना चूना लगाया गया है।
माननीय और सम्मानीय पर आफत
प्रदेश में हुए बड़े मामलों में अब तक माननीय और सम्मा नीय कई बार फसते निकलते देखे गए है। वर्तमान में कैश कांड और अब इस खुलासे के बाद हनी ट्रैप मामले में भी कई असरदार अफसर और नेताओं पर गाज गिर सकती है दोनों ही मामलों में इन दोनों किस्म के असरदार लोगों के नाम चर्चा में है जिन पर आफत आ सकती है।