
परिक्रमावासियों की आस्था के आगे कड़कड़ाती ठंड भी बेअसर
बड़ी संख्या में परिक्रमावासी डाल रहे है नर्मदा तट पर डेरा
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 17 जनवरी 2021, इन दिनों डिंडोरी के नर्मदा तटों पर दूर-दराज से आए परिक्रमावासियों का जैसे मेला सा लग गया है। इन परिक्रमावासियों की श्रद्धा देखकर आप हैरान रह जाएंगे क्योंकि सबको पता है, कि इन दिनों बर्फीले क्षेत्र तो ठीक है डिंडोरी से अमरकंटक तक के इलाके में भी बर्फ गिर रही है और तेज ठंड के चलते अपने घरों में रह रहे स्थानीय लोगों का तक अपने घर से बाहर निकलना कठिन हो रहा है।
ऐसे में सीमित साधन और सार्वजनिक स्थानों, धर्मशालाओं, मन्दिरों में नर्मदा के भक्त परिक्रमा के दौरान बड़ी संख्या में डेरा डाले हुए दिखाई दे रहे है। न सिर्फ प्रदेश के अन्य शहरों से बल्कि अन्य प्रदेशों से भी परिक्रमावासियों का आना जारी है। इन परिक्रमावासियों की श्रद्धा के सामने पड़ रही तेज ठंड भी बेअसर नजर आ रही है जहां सार्वजनिक स्थलों पर रात्रि विश्राम से सीमित कपड़ों के साथ बर्फ जैसे ठंडे नर्मदा के जल में स्नान के साथ ही नर्मदा तट पर पूजा अर्चना और विश्राम किसी तपस्या से कम नहीं है फिर भी ये श्रद्धालु मौसम के बेरहमी से पूरी तरह बेपरवाह नजर आ रहे है।कल जिला मुख्यालय के डेम घाट पर बड़ी तादात में शाम ढलने के बाद परिक्रमावासी पूजा अर्चना, संध्या बंदन करते दिखे।
भक्तों के रूप में मैया करती है श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं
ठंड के मौसम में अपने घरों से बाहर परिक्रमा पर निकले इन लोगों का मानना है कि उन्हें किसी बात की फ़िक्र नहीं है हमारी रक्षा तो अब मैया जी ही करती है।परिक्रमावासीयों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति और आने वाले समय में शिवरात्रि का विशेष महत्व है और ठंड तो नर्मदा के किनारों पर इस मौसम में रहती ही है यह हमें ज्ञात है किन्तु गर्मी की बजाय इस मौसम में ही परिक्रमा अधिक की जाती है और ठंड से कोई फर्क नहीं पड़ता मैया हमारी रक्षा करती है।
हर जगह स्थानीय लोग बढ़ चढ़ कर इंतजाम करते है, भक्तों के रूप में मैया हमारी व्यवस्थाओं का ख्याल रखती है। अधिकतर उम्रदराज लोग परिक्रमा पर है और मौसम को लेकर किसी को भी कोई शिकायत नहीं है वे तो पूजा अर्चना, स्नान, नर्मदा दर्शन में ही इतना व्यस्त है कि उन्हें कड़कड़ाती ठंड का भी कोई प्रभाव ही पड़ रहा है।