बैगा परिवार की समनापुर थाने में नहीं लिखी गई रिपोर्ट : हत्या का आरोप चार माह से भटक रहा परिवार

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जनपथ टुडे, डिंडोरी, 31 जुलाई 2023, आदिवासी जिले में बैगा जनजाति के लोगों के साथ पुलिस के व्यवहार को लेकर सवाल उठते रहे है। गरीब भोले भाले जनजाति लोगों को न्याय के लिए किस तरह भटकना पड़ता है इसका खुलासा आदिवासी बैगा बहुल क्षेत्र गौरा डाबा से सामने आया है। जहा समनापुर पुलिस और थाना प्रभारी के द्वारा रिपोर्ट लिखने से बैगा परिवार की मनाकर दिया गया। पीड़ित परिवार अपने पिता की हत्या का आरोप लगा रहे है और पिछले तीन चार माह से मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए थाने के चक्कर काट रहे है।

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत डाबा के सुबास जो कि बैगा आदिवासी है और उसके पिता की बिजली के खंभे पर करेंट लगने से मौके हुई थी। पीड़ित के बेटे का आरोप है कि उसी ग्राम पंचायत के दो लोगो के द्वारा सुभाष के पिता जी मोहर सिंह जो कि अपने घर में काम कर रहा था उसको बुला कर बिजली सुधार दो कह कर खंभे में चढ़ा दिया गया और जैसे खंभे में चढ़ा तो लाइट जोड़ दी गई। जिससे मोहर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जब सुभाष और उनके परिजनो ने मामले की जानकारी पुलिस को दी तब पुलिस द्वारा सुभाष को ही मारपीट कर भगा दिए जाने के आरोप भी पीड़ित ने लगाए है। साथ ही रिपोर्ट भी नही लिखी गई। वही आरोपी पक्ष से है लेनदेन कर मामला को खत्म करने का आरोप भी मृतक के पुत्र द्वारा समनापुर पुलिस पर लगाए जा रहे है।

इस पूरे मामले में पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जांच करवा कर निष्पक्ष कार्यवाही की जनापेक्षा है। जिले के वनांचल में निवासरत बैगा जनजाति के लोगों को न्याय मिल सके और मामले में दोषियों पर उचित कार्यवाही की जावे।

बैगा जनजाति के लोग अत्यन्त पिछड़े, भोले भाले और अशिक्षित है पुलिस द्वारा यदि उन्हें डरा धमकाकर हत्या जैसे गंभीर मामले में उचित कार्यवाही नहीं करने का आरोप बेहद ही गंभीर है जिसपर कार्यवाही की जाना चाहिए।

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