
जबरन करवा रहे धर्मांतरण, ग्रामीणों ने SP से की शिकायत
बजाग के मानगढ़ आमाडोंगरी का मामला
जनपथ टुडे, डिण्डोरी 23 फरवरी 2021, प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक 2020 लागू होने के बावजूद आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में जबरन धर्मांतरण कराने की करतूतें नहीं थम रही हैं। जिले के सुंदर प्राकृतिक क्षेत्रों में मिशनरी एवं कथित धर्म प्रचारको के जरिए नागरिकों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण का कार्य जोरों पर है। इतना ही नहीं धर्मांतरण का विरोध करने अथवा अपने मूलधर्म में वापसी करने पर लोगों को धमकाने,गाली- गलौज और झूठे मुकदमों में फंसाने की बात भी सामने आ रही है।
–
पूरे मसले पर विधेयक को चुनौती देकर जबरन धर्मांतरण कराने के आरोप कुछ शासकीय शिक्षको पर भी लग रहे हैं। ताजा मामला मंगलवार की दोपहर सामने आया है। जब बजाग थाना अंतर्गत मानगढ़ आमाडोंगरी के सैकड़ों आदिवासी महिला पुरुषों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच क्षेत्र में जबरन और प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए ग्रामीणों को उकसाने की शिकायत SP संजय सिंह को सौंपकर तथा कथित मिशनरी प्रचारकों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।
ग्रामीणों ने 22 लोगों की नामजद शिकायत भी की है। जो क्षेत्र में धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं। इनमे हरिसिंह धुर्वे, मानिक लाल मांडले, कुम्हार सिंह मरावी नामक शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने बतलाया कि पूर्व में ईसाई धर्म अपनाने के बाद अब वापस मूल धर्म में लौटने पर नवल सिंह, ज्ञान सिंह, भूरा सिंह, रामजी निवासी मानगढ़ को मारने पीटने, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी मिल रही है। इसके साथ कथित इसाई धर्म समर्थक क्षेत्र में स्वरचित अपराध करते हैं, देवी देवता के फोटो को फेंकने और जलाने के साथ देवी स्थान के नारियल, त्रिशूल सहित अन्य पूजन सामग्री को नुकसान पहुंचाते हैं और ग्रामीणों की झूठी शिकायत कर दबाव बनाते हैं।
ग्रामीणो की शिकायत पर पुलिस ने इस बाबद कड़ी करवाई के निर्देश जारी किये हैं और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक 2020 के प्रचार प्रसार की बात भी कही है। गौरतलब है कि उक्त विधेयक में किसी कपटपूर्ण तरीके से किये धर्मान्तरण के मामले में 10 साल की कैद और 1 लाख तक के जुर्माने का प्रावधान है।