
नगर पंचयतों में तबादलों पर गरमाई राजनीति
अध्यक्ष ने भंग की पी.आई.सी.
डिंडोरी – जनपथ टुडे, 07,02,2020
नगर पंचायत में इन दिनों हंगामों की सरगर्मी हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष पार्षद और परिषद में पदस्थ कर्मियों के बीच सामंजस्य की कमी के साथ ही साथ राजनैतिक दलों का आपसी विरोध भी कहीं न कहीं दिखाई दे रहा है।एक ओर भाजपा के नगर पंचायत अध्यक्ष जो संस्था के सर्वाधिक महत्वपूर्ण माने जाने वाले पद पर हैं दूसरी तरह अन्य दलों के पार्षदों की सरकार और मंत्री जिनका शासन और प्रशासन पर रसूख स्वभाविक हैं। इसके चलते गाज नगर पंचायत कर्मियों पर गिर रही हैं।
बताया जाता है कि कुछ पार्षद का अहम और कर्मचारियों से नाराजगी के चलते विगत दिनों नगर पंचायतों में वेबजह की उठापटक दिखाई दी जिससे एक दल के पार्षद और कर्मचारियों में खासा रोष व्याप्त हैं, और अब इसका असर धीरे – धीरे उभरता जा रहा है। इसी का असर है कि नगर पंचायत अध्यक्ष ने पी.आई.सी.भंग कर दी ।हालाकि उन्होंने कुछ बदलाव करने के चलते ऐसा किया है यह बताया है। दूसरी ओर अध्यक्ष के इस निर्णय की नेता प्रतिपक्ष ने अधिकारीक पुष्टि न होने की बात कही हैं। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष का भी कहना है कि राजनैतिक दवाब के चलते नगर पंचायत की व्यवस्थाएं प्रभावित की का रही हैं जिसकी चर्चा हमने प्रदेश स्तर पर अधिकारियों एवं जिला कलेक्टर से की हैं और जनहित में बड़ी समस्याएं होने से उन्हें अवगत भी करवा दिया है और उन्होंने आश्वासन दिया हैं, किन्तु यदि हमारी बातों पर शासन प्रशासन गंभीरता से निर्णय नहीं लेता हैं और जनहितो से खिलवाड़ होता हैं तो हम विरोध करेंगे। आम जनता के हितों की अनदेखी कर यदि झूठी शिकायतों के आधार पर बिना किसी जांच के यदि कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जाता है तो हमें भी पार्टी स्तर पर विरोध करना पड़ सकता है। फिलहाल हम शासन-प्रशासन के आश्वासन का इंतजार कर रहे हैं
सोमवार तक यदि उचित निर्णय नहीं लिया जाता हैं तो टकराव की स्थितिया बनेगी जिसकी जवाबदेही सरकार की होगी क्योंकि हम नगर कि जनता के हितों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
नगर पंचायत के लेखापाल अशोक चौकसे का तबादला शहपुरा होने के बाद से नगर पंचायत में हड़कंप मचा है वहीं राजस्व निरीक्षक को भी तीन दिन डिंडोरी और तीन दिन शहपुरा अटैच किया गया हैं। इसी तरह समय पाल सुरेंद्र शुक्ला को भी तीन दिन जबलपुर अटैच किए जाने की चर्चा के साथ ही उपयंत्री आशुतोष सिंह के तबादले की भी चर्चाएं हैं कुछ पार्षदों ने इसकी प्रमाणित जानकारी होने की भी बात कही है।
इस तरह की कार्यवाही का नगर पंचायत के शेष बचे हुए कर्मचारी भी विरोध कर रहे हैं उनके हड़ताल पर जाने की भी चर्चाएं तेजी थी किंतु अभी नगर पंचायत अध्यक्ष की समझाइस से विरोध मुखर नहीं हो पाया और सभी उच्च अधिकारियों के आश्वासन का इंतजार कर रहे हैं।
विगत कुछ दिनों से नगर पंचायत में वर्चस्व की लड़ाई तेज होती नजर आ रही है और बड़े स्तर की राजनीति घुसपैठ की कोशिश में दिखाई दे रही है। कुछ घटनाएं पिछले दिनों काफी चर्चा में रही जब अमले के साथ जनप्रतिनिधि द्वारा मारपीट का मामला काफी प्रयासों के बाद शांत हुआ, इसी तरह एक ठेकेदार द्वारा पार्षद से मारपीट कुछ ऐसी चर्चाएं हैं जो नगर पंचायत के बिगड़ते माहौल का संकेत है और जो भी हो इस संस्था के कामकाज से आमजन जरूर प्रवाहित होता हैं।