
जिले की सीमा पर फिर हाथियों का Movment
मक्का की फसल को किया चट
निगरानी कर रहा वन अमला
ग्रामीणों को दूर रहने की चेतावनी जारी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 20 अगस्त 2022, छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे जिले के जंगलों में फिर सबसे बड़े शाकाहारी वन्य जीव का movment शुरू हो गया है। बुधवार की रात छत्तीसगढ़ से वन परिक्षेत्र दक्षिण समनापुर के कक्ष क्रमांक 598 झामुल से जिले में दाखिल हुये आधा दर्जन जंगली हाथीयों ने फिटारी, अज़गर, कांदावानी के जंगलों को पार कर शुक्रवार की सुबह बजाग रेंज में आमद दर्ज करवाई। यहाँ सिलपिडी, तांतर के जंगल में चहलकदमी करके हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ के तेलियापानी वन क्षेत्र होते शुक्रवार की रात पश्चिम करंजिया रेंज के कक्ष क्रमांक 616 ठाढ़पथरा में आ धमका और यहाँ सीताराम पिता बाबूलाल बैगा के खेतों में लगी मक्का की फसल को चट कर लिया।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को एक बेबी ELEPHANT के साथ हाथी कुनबे ने ठाढ़पथरा वीट के कंपार्टमेंट 694 और 717 के बीच डीप फारेस्ट एरिया में डेरा जमाया है। शनिवार रात तक जंगली हाथियों के यहीं आराम करने की जानकारी प्राप्त हुई है।
गजराज समूह की सुरक्षा और नागरिकों की व्यवस्था के मद्देनजर उप वन मंडल अधिकारी AK शर्मा के मार्गदर्शन में दक्षिण समनापुर और बजाग प्रभारी रेवा सिंह परस्ते और डिप्टी रेंजर अजय मुकुंद पोल के नेतृत्व में वन रक्षक जगदीश बांधव, नरेश मरावी, अखिलेश दुबे, मनोज तिग्गा, राम लाल मरावी, राजकुमार धुर्वे की टीम ने गजराज समूह की गतिविधियों पर निगरानी रख जान माल के नुकसान को बचाया है। वहीं रेंजर पूर्व करंजिया पुष्पा सिंह और रेंजर पश्चिम करंजिया प्राची मिश्रा ने भी अधीनस्थ अमले को अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। जानकारी के मुताबिक हाथीयों का यह झुंड पूर्व में भी दो बार जिले के जंगलों में घुसपैठ कर घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा चुका हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत कायम है। हालांकि सुरक्षा और सावधानी के लिहाज से वन विभाग आसपास के गांवों में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को जंगल और जंगली हाथियों से दूर रहने की नसीहत दे रहा है।