
व्यावसायिक प्रशिक्षकों ने आऊट सोर्स कम्पनियों का कांट्रेक्ट समाप्त कर, प्रशिक्षकों को नियमत करने की मांग की
मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 12 जुलाई 2021, वर्तमान में नवीन व्यवसायिक शिक्षा मध्य प्रदेश के 1200 स्कूलों में संचालित है। 2575 व्यवसायिक प्रशिक्षकों को NSQF के निर्धारित मापदंड के अनुसार लोक शिक्षण संचनालय द्वारा निर्धारित चयन प्रक्रिया के अनुसार नियमानुसार चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए योग्य पाए जाने पर प्रशिक्षकों का चयन किया गया है।
केंद्र सरकार के MHRD विभाग के विभिन्न आदेशो और निर्देशों के अनुसार व्यसायिक शिक्षकों को नियमित/ संविदा आधार पर रखने संबंधित पत्र जारी किए गए हैं। अन्य राज्य आसाम, गोवा, हरियाणा आदि में इसी आधार पर व्यवसायिक प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इस संबंध में आज जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए जिले के VT s ने मांग की है कि व्यवसायिक प्रशिक्षक जहां पदस्थ हैं उन्हें वही कार्यरत रखा जावे। प्रशिक्षकों की सेवाएं विभाग के माध्यम से ही संविदा आधार पर ली जावे। बीटीपी कॉन्ट्रैक्ट निरस्त करने की मांग करते हुए व्यवसायिक शिक्षकों ने मूल वेतन दिए जाने और सीएल की पात्रता की मांग की है। साथ ही जिन ट्रेड में बच्चों के प्रवेश स्कूलों में बंद कर दिए गए हैं उन्हें पुनः चालू किए जाने की मांग के साथ-साथ महिला को प्रशिक्षकों को मातृत्व अवकाश प्रदान किए जाने की मांग करते हुए आज जिले के व्यावसायिक प्रशिक्षकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते व्यावसायिक शिक्षकों के भविष्य पर गंभीरता से विचार करते हुए उनकी मांगों पर विचार करने की मांग की गई। इसी के साथ अपनी समस्याओं की लेकर सभी प्रशिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी मांग पत्र की प्रति प्रदान की। इस दौरान श्री गजेन्द्र सिंह, महेंद्र कुमार, सलिनी राय, पूर्णिमा कोल, जानकी सोनी, अंजना शुक्ला, रिचा शुक्ला आदि प्रशिक्षक उपस्थित रहे।