
गांधी प्रतिमा से बार बार की जा रही है छेड़छाड़
इरफान मालिक :-
गांधी जी का चश्मा फिर गायब
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 जुलाई 2021, जिला मुख्यालय स्थित गांधी चौक वह ऐतिहासिक स्थल है जहां राष्ट्र का महात्मा गांधी बीसवीं शताब्दी के पूर्वाहद में कभी यहां जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। इस पवित्र स्थल की गौरवशाली भूमि पर वार्ड पार्षद के अथक प्रयास से पूज्य बापू की प्रतिमा स्थापित तो हो गई। लेकिन क्षुद्र मानसिकता के चलते मूर्ति अनावरण के बाद से ही कुछ आपराधिक व असामाजिक तत्व प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ से बाज नहीं आ रहे हैं। कभी उनकी प्रतिमा से चश्मा तोड़ दिया जाता है, कभी कोई अन्य क्षति पहुंचा दी जाती है। पिछले दिनों बापू को सम्मान करने वाले एक दुकान संचालक द्वारा प्रतिमा से गायब चश्मा उन्हें अर्पित किया गया था किन्तु वह भी कुछ तत्वों को रास नहीं आया और फिर वैसी ही घटना को अंजाम दिया गया जो आपत्तिजनक है।
भारत की आजादी में पूज्य बापू का अमूल्य योगदान इतिहास में दर्ज है। उन्हें किसी से महिमामंडन की कतई आवश्यकता नहीं है। गांधी एक विचारधारा है जो किसी पंथ, संप्रदाय या राजनैतिक पार्टी के मतभेदों से बहुत ऊपर है। वे देश की अमूल्य विरासत हैं, तो क्या उनकी स्मृति में स्थापित उनकी प्रतिमा से इस तरह की हरकत सभ्य समाज की पहचान हो सकती है!
नगर पंचायत डिंडोरी का वार्ड 8 जहां यह गांधी चौक स्थित है। वहां वर्तमान में व्यवसायिक भवन है। जिसमें संचालित दुकानों पर हजारों लोगों का आवागमन बना रहता है। भीड़ भाड़ की वजह से दिन में यहां कोई शरारती तत्व ऐसी हरकत तो नहीं कर सकता। रात में यहां सुनापन का फायदा उठाकर ऐसी घटना को अंजाम दिया जाता है।
प्रदेश प्रतिनिधि, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी इरफान मलिक ने बताया कि उक्त आशय में नगर परिषद एवं पुलिस प्रशासन को भी लोगो द्वारा सूचित किया गया है, कि देश के विराट जननायक की गौरव रक्षार्थ पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए। साथ ही रात्रि गश्त में गांधी चौक पर पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि ऐसी मानसिकता के दोषी तत्वों को रंगे हाथों पकड़ कर दांडिक कार्यवाही की जा सके। साथ ही महात्मा गांधी की प्रतिमा के संरक्षण हेतु नगर परिषद से भी अपेक्षा है कि यथाशीघ्र सार्थक प्रयास किए जावे।
किसी वर्ग विशेष की भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से यदि कोई ऐसी घटना को अंजाम दे रहा है, तो यकीनन सांप्रदायिक सौहार्द में जहर घोलने की नियोजित साजिश हो सकती है। इसलिए ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके यह जिम्मेदारी प्रत्येक जागरूक नागरिक और पुलिस प्रशासन की है।