
किसके आदेश पर छोडा गया,अवैध रेत से भरा हाईवा!!
नीरज श्रीवास्तव :-
तरच नाका से कैसे हुआ पार,मिलीभगत के लग रहे आरोप
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 26 जुलाई 2021, अवैध रूप से परिवहन और उत्खनन को रोकन के दावो के बीच सोमवार को गाड़ासरई में छत्तीसगढ़ से अवैध रेत लेकर आए हाईवा को राजस्व अमले के द्वारा मिलीभगत कर छोड़ने का मामला प्रकाश में आया है। आरोपित वाहन को बगैर कार्यवाही छोड़ने और तरच स्थित RTO जांच नाका से वाहन के पार होने पर सवाल उठ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार कि सुबह छत्तीसगढ़ से अवैध रेत लेकर बजाग के रास्ते गाड़ासरई क्षेत्र में आए हाईवे की जानकारी राजस्व अधिकारियों को प्राप्त हुई थी। सूचना पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर गाड़ासरई पटवारी भूपेंद्र ने रेत से भरे वाहन को रोका और उचित रायल्टी न होने की दशा में वाहन को कार्यवाही हेतु थाना ले जाने के निर्देश वाहन चालक को दिये।
लेकिन इसी दौरान फोन पर आरोपित वाहन को छोड़ने के लिए मिले आदेश पर पटवारी ने रेत को स्कूल के सामने डंप कराया बगैर कार्यवाही के ही वाहन को छोड़ दिया। पूरे मामले पर अवैध रेत के वाहन को पकड़ना, मार्ग किनारे रेत गिरवाकर वाहन को छोड़ने और तरच जांच नाका से बिना उचित दस्तावेजो के रेत परिवहन कर रहे वाहन के आवागमन करने पर सवाल उठ रहे हैं। बगैर करवाई के ही वाहन को गायब कराने के सवाल पर पटवारी भूपेंद्र भी गोलमाल जवाब दे कभी अधिकारियों और कभी जनप्रतिनिधी के एक इशारे पर वाहन को छोड़ने की दलील दी रहे हैं। वही करंजिया में पदस्थ पटवारी जितेंद्र रजक पर भी कथित तौर पर अवैध रेत परिवहन करते पकड़े गये वाहन को छुड़ाने के आरोप लग रहे हैं।
पूरे मामले पर तरच जांच नाका में पदस्थ अमित सिंह की भूमिका भी संदिग्ध मांनी जा रही है। चूंकि बगैर वैध कागजातों की पड़ताल किये नाका से वाहन बजाग पहुंचना नामुमकिन हैं। लिहाजा जांच नाका पर तैनात कर्मचारियों पर भी कार्रवाई जरूरी है। इसके साथ ही पटवारी पर वाहन को छोड़ने के लिये दबाव बनाने वालों के नामो का खुलासा होना भी लाजमी है। जिससे राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों पर लगाम लगाई जा सके।