
बरसात के मौसम में जहरीले जीव जंतुओं से सावधानी जरूरी
जनपथ टुडे, मंडला, 26 सितंबर 2021, जहां बरसात के मौसम में जहरीले कीड़े मकोड़े और जीव जंतुओं से लोगों का सामना होता है वहीं वनांचल और ग्रामीण क्षेत्रों में इससे कई लोगों की मौत भी हो जाती है। डिडोरी मंडला जिले में वर्षाकाल के दौरान सर्फदंश से मौत की घटनाएं बहुत अधिक सुनने में आती है, इसके बाबजूद भी कहीं ऐसी घटनाएं भी देखी जाती है जिसके बाद यही कहा जा सकता है, जाको राखे साइयां, मार सके न कोई।
ऐसी ही एक घटना 25 सितंबर शनिवार को मंडला जिले के घुघरी विकासखंड के बम्हनी गांव में देखने मिली। उप स्वास्थ्य केंद्र में ए एन एम श्रीमती सोनवानी और उनका परिवार रहता है। दोपहर में बरसात के कारण खिड़की से पानी की बौछार आ रही थी तब उन्होंने कमरे में पड़ी खाट के बिस्तर को पलटा कि पलंग पर खतरनाक जहरीला सांप नज़र आया, जिसे देखते ही उनकी चीख निकल गई। जिसे सुनकर आसपास के कुछ लोग वहां पहुंचे और गौर से देखने पर पता चला कि सांप मर चुका था। संभवतः सांप बिस्तर में दब कर मर गया था, जानकारी मिली की एक दिन पहले घर के किसी हिस्से में इसी तरह का सांप मिला था जिसे उन्होंने निकाल कर बाहर छोड़ दिया था।
गांव के लोगों और प्राचीनकाल से चली आ रही मान्यताओं के अनुसार सांप कभी चारपाई पर नहीं चढ़ता है तब यह वहां कैसे पहुंचा और इसकी मौत बिस्तर पर बजनदार व्यक्ति के सोने से दब कर होने का अनुमान लगाया जा रहा है यह भी अचरज की बात है कि यह बिस्तर के नीचे कैसे पहुंचा होगा। जहां एक ओर इस घटना से सोनवानी परिवार का दहशत से बुरा हाल है वहीं लोगों के कहे से घटना को लेकर ओझा, गुनिया और पंडो को बुलाकर इसका समाधान करने के प्रयास में लगा हुआ है। सांप बिस्तर के बीचोबीच था ऊपर से बिस्तर था जिससे वह कांट नहीं सका और कोई जनहानि नहीं हुई यह राहत की बात है। पर ग्रामीणों ने व्याप्त चर्चाओं और अंध विश्वास के चलते परिवार अब भी परेशान।
ग्रामीण अंचल में निवास करने वाले परिवारों को इस मौसम में जहरीले कीड़ों और जंतुओं से विशेष सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए साथ ही अंध विश्वास और गुनिया पंडो से भी सतर्क रहे। जहरीले जीव जंतुओं का खतरा तो बरसात के मौसम में ही ज्यादा है पर ग्रामीण गुनिया पंडो और अंधविश्वास का शिकार हमेशा होते रहते है।