
जंगली हाथियों की दहशत के मद्देनजर स्कूल और बाजार कराए गए बंद
बसाहट के नजदीक पहुंचा हाथियों का झुंड
ग्रामीणों में ख़ौफ़
फसलों को कर रहे चौपट
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 11 नवम्बर 2021, छत्तीसगढ़ से जिले के करंजिया वन परिक्षेत्र में पहुंचा 15 सदस्यीय जंगली हाथियों का झुंड अब जंगल छोड़ मानव बसाहट के बिल्कुल नजदीक पहुंच गया है। जिसके मद्देनज़र एतिहात के तौर पर इलाके के स्कूल और बाजारों को आगामी दिनों तक बंद करवा दिए जाने की जानकारी मिल रही है। अभी तक जंगली हाथियों ने जान माल को नुकसान नही पहुंचाया है लेकिन आगे बढ़ते हुये गजराज का दल फसलों को चौपट कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक अभी तक हाथियों ने आधा दर्जन किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। जिसकी क्षतिपूर्ति हेतु कार्रवाई की जा रही है।गुरुवार की सुबह हाथी परिवार पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत कक्ष क्रमांक 734 परसेल बरिंडा के जंगलों से नीचे उतर जाडासुरंग और उमरिया ग्राम के बीच धान के खेतों में रुके हैं। आज उमरिया बाजार के आसपास इन्हे देखा गया, आगे बढ़ते हुये यह झुंड खेतो में जमकर उत्पात भी मचा रहा है। वन अमला हाथियों की गतिविधियों पर नजर जमाये है। लेकिन इनके आगामी मूवमेंट को लेकर वन विभाग भी चिंतित है।
बता दें कि जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि तीन बच्चों के साथ 15 जंगली हाथियों का समूह रविवार को अचानकमार्ग रिजर्व फारेस्ट के रास्ते जिले के करंजिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत चौरा दादर और जोगी ग्वारा के जंगलों में घुसपैठ की थी। जहाँ से जोगीग्वारा, बिजौरी, बावली, सेनगुड़ा भर्रा टोला, अमीनपुरा (सरई), सेनगूड़ा के बाद बुधवार की सुबह पश्चिम करंजिया के परसेल बरिंडा के जंगल में पहुँचे थे और गुरुवार को जंगल की सीमा लांघ हाथियों के झुंड ने जाडासुरंग और उमरिया गांव की तरफ कूच कर धान के खेतों पर कब्जा कर लिया है।
इंसानी बस्ती के बहुत नजदीक गजराज दल के आने से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों को जंगली हाथियों से दूर और सतर्क रहने मुनादी भी कराई जा रही है।