
शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट की शिकायत के बाबजूद पुलिस ने किया दुर्घटना का मामला दर्ज
वन अधिकारियों ने जताई आपत्ति
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 15 नवंबर 2021, गंभीर शिकायतों के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान करंजिया पुलिस का अजीब रवैया सामने आ रहा है। थाना प्रभारी ने शासकीय कार्य में बाधा और वन अमले के साथ गाली गलौज, वर्दी को नुकसान के साथ महिला वन अधिकारी को वाहन से कुचलने के प्रयास की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने से परहेज करते हुए मात्र दुर्घटना का जमानती अपराध कायम किया है। वन विभाग को कार्यवाही के नाम पर झुनझुना पकड़ाते हुए थाना प्रभारी ने शातिर आरोपी को अभयदान देने की कोशिश की है। जिससे वन अमले और आमजनों में पुलिस कार्यवाही को लेकर रोष है। मामले की शिकायत के तीसरे दिन आरोपी के विरुद्ध हादसे की धाराओं के तहत कायमी से करंजिया पुलिस मजाक का पात्र भी बन रही है।
हैरत की बात यह है कि थाना प्रभारी पदनाम निरीक्षक हरीशंकर तिवारी ने वन अधिकारी की शिकायत पत्र का अवलोकन करना भी उचित नहीं समझा और गंभीर मसले पर मामूली धारा के तहत कार्यवाही कर इतिश्री कर ली। जबकि महिला रेंजर ने आरोपी के द्वारा वर्दी में तैनात अमले के साथ गाली-गलौज, मारपीट,धमकी दिए जाने सहित आरोपी के विरुद्ध जीप से कुचलने की कोशिश करने संबंधी लिखित शिकायत थाना में की थी, बावजूद इसके पुलिस ने सड़क दुर्घटना की धारा 279 के तहत कार्यवाही करते हुए मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि करंजिया थाना अंतर्गत वनग्राम चौरादादर में शनिवार को वनोपज की खरीद-फरोख्त की शिकायत पर जांच के लिए पहुंची महिला रेंजर और डयूटी पर तैनात कर्मचारियों की वर्दी पकड़कर गाली गलौच,मारपीट करने और जीप से कुचलने की वारदात की लिखित शिकायत वन अमले ने थाना करंजिया में शनिवार को की थी। जिसपर तीन दिनों तक जाँच के नाम पर टालमटौल करने के बाद पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र सारीवन के विरुद्ध सड़क दुर्घटना का मामला कायम किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को वन परिक्षेत्र अधिकारी पूर्व कंरजिया सामान्य वन मंडल को चौरादादर रेंज में तैनात डिप्टी रेंजर सेवा राम उइके, वनरक्षक ईश्वर सिंह परस्ते, ध्रुव सिंह धुर्वे ने चौरादादर बाजार में बगैर पंजीयन के वनोपज के व्यापार की सूचना दी थी। चर्चा के दौरान वनकर्मियो ने व्यापारी धर्मेंद्र उर्फ सोनू सारीवान के द्वारा गाली-गलौज और धमकी देने की बात भी कही थी। जानकारी मिलते ही महिला रेंजर ने मौके पर सुरक्षा हेतु थाना प्रभारी से जाने के पूर्व बल की मांग की थी। लेकिन थाना प्रभारी के द्वारा बल मुहैया नहीं कराए जाने की सूरत में वे अपने स्टाप के साथ चौरादादर पहुंची और पाया कि धर्मेन्द्र सारीवान अपने नए पिकअप वाहन में वनोपज हर्रा, कचरिया की खरीद फरोख्त कर रहा है। इस बाबत वनमण्डल अधिकारी द्वारा जारी व्यापार पंजीयन न होने पर वन अमले द्वारा वन उपज की जप्ती बनानी शुरू की गई। इस दौरान धर्मेंद्र उत्तेजित हो गया और वन अमले के साथ हाथापाई पर उतारू हो गया। इसके बाद धर्मेंद्र सारीवान ने महिला रेंजर सहित अन्य कर्मचारियों के साथ गाली गलौज की और धमकी को अंजाम दिया और पिकअप वाहन से महिला रेंजर को रौंदने की कोशिश की थी और भाग निकला था। इस दौरान रेंजर की जीप को पहुंचे नुकसान को आधार मान पुलिस ने दुर्घटना करार दे दिया। लेकिन वन अधिकारी की शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। जिससे पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।