
अंगद की तरह पैर जमाए उप संचालक कृषि को भारमुक्त करने अवर सचिव ने कलेक्टर को लिखा पत्र
दो बार तबादला आदेश जारी होने के बाद भी जिले से नहीं हिल रहे प्राचार्य व प्रभारी उप संचालक कृषि के पद पर डटे अश्वनी झरिया
महिलाकर्मी से बदसलूकी, और बिना निविदा के लाखों रुपए के प्रचार प्रसार कार्य कराने के आरोप के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 9 दिसंबर 2021, जिले में अजीबोगरीब शासकीय एवं प्रशासकीय कार्यप्रणाली लोगों को अचरज में जरूर डाल देती है। जिले में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी यहां आमजन और नेताओं की आंखो में तो धूल झो कते ही है साथ ही अंगद की तरह पैर जमाए शासन के आदेश को ठेंगा दिखाने से भी बाज नहीं आते। जिले में पदस्थ शासकीय अधिकारी मोहवश अथवा लालच के चलते जिले से जाना ही नहीं चाहते यह विचारणीय है जबकि समान पद और समान वेतन पर ही शासन उनका तबादला करती है। ऐसा ही एक मामला कृषि विभाग के सहायक संचालक अश्वनी झरिया का है जिनका शासन द्वारा दो बार तबादला किए जाने के बाद भी जिले में प्रभारी उप संचालक कृषि और प्राचार्य कृषि प्रशिक्षण केंद्र अश्वनी झरिया शासन के आदेश को ठेंगा दिखाकर जिले में ही डटे हुए है। इसके चलते अवर सचिव, मध्यप्रदेश शासन, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, भोपाल द्वारा जिला कलेक्टर को सहायक संचालक अश्वनी झरिया को कार्यमुक्त करने पत्र लिखना पड़ा। अब आगे देखना है कि सहायक संचालक कार्यमुक्त होते है या फिर अधिकारियों के संरक्षण और तिकड़मबाजी के चलते वे डिंडोरी में ही जमे रहेंगे।
यहां बड़ा सवाल जरूर है कि अश्वनी झरिया शासन के दो दो बार तबादला किए जाने के बाद भी आखिर डिंडोरी छोड़ना क्यों नहीं चाहते? उन्हें जिले कि सेवा का जुनून सवार है या और कोई लालच जिसके चलते वे अपने ही विभाग के आदेशों की लगातार अवहेलना कर रहे है और अब स्थितियां यहां तक बन गई कि भोपाल से अवर सचिव स्तर के अधिकारी को इन्हे कार्यमुक्त किए जाने के लिए पत्र लिखना पड़ा। उक्त अधिकारी द्वारा विभाग की महिलाकर्मी को प्रताड़ित करने, बिना निविदा लाखों के प्रचार प्रसार कार्य का ठेका दिए जाने सहित कार्यालय में मनमानी कार्यप्रणाली अपनाए जाने और अधीनस्थ अमले को परेशान किए जाने के आरोप लगते रहे है। हैरानी की बात यह भी है कि तमाम आरोप और विभाग में गड़बड़ियों के बाद भी इन जनाब के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश शासन किसान ने तथा कृषि विकास विभाग के स्थानांतरण आदेश क्रमांक एफ 1ए–02/2021/14–1 दिनांक09/02 /2021 के तहत विभाग के अधीन कार्यरत सहायक संचालक कृषि को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करते हुए अस्थाई रूप से अग्रिम आदेश तक नवीन पदस्थापना के लिए स्थानांतरित निवाड़ी किया गया था किन्तु वे जिले में ही पदस्थ रहे। इसके उपरांत विभाग द्वारा उनका तबादला दिनांक 6/9/2021 को कार्यालय प्राचार्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र डिंडोरी से उपसंचालक कार्यालय ग्वालियर कर दिया गया किन्तु तब भी प्राचार्य और प्रभारी उप संचालक कृषि, डिंडोरी के पद पर डटे अश्वनी झरिया टस से मस होने तैयार नहीं है आखिर में तब विभाग की अवर सचिव बबीता बसुनिया द्वारा 25/11/2021 को पत्र क्रमांक एफ 1 ए-02/ 2021/14-1 के माध्यम से कलेक्टर डिंडोरी को अश्वनी झरिया सहायक संचालक को तत्काल प्रभाव से शासनादेश के अनुक्रम में नवीन पदस्थापना हेतु भारमुक्त कर शासन को अवगत कराने हेतु पत्र लिखा गया है।
क्या होगा आगे…??
जिले में वर्षों से डटे उक्त अधिकारी का दो बार तबादला किए जाने और अब जिला कलेक्टर को विभाग द्वारा भारमुक्त किए जाने हेतु पत्र लिखे जाने के बाद यदि यह मान लिया जावे की उक्त आधिकारी शासन के आदेश का पालन करते हुए अब जिले को अपने भार से मुक्त ही कर देगे तो यह सही नहीं है। डिंडोरी में डटे रहने के लिए अभी साहब कुछ पैतरे और भी आजमा सकते है। जिले की सेवा के लिए इस अद्वितीय समर्पण और संकल्प के चलते शासन के आदेशों की लगातार अवहेलना करने वाले उक्त अधिकारी के डिंडोरी प्रेम को लेकर कई तरह की चर्चाएं है।
वहीं विभाग के ही एक कर्मचारी की दिल्ली हवाई यात्रा भी शोशल मीडिया पर वायरल हो रहे चित्रों के चलते इन दिनों चर्चा में है। कृषि विभाग के कार्यों और प्रयासों से जिले की कृषि और किसानों का कितना विकास हुआ यह तो खंगालना पड़ेगा, आंकड़े जुटाने काफी मशक्कत करनी होगी पर विभाग के कर्मियों के हवा में उड़ने वाले चित्र विभागीय अमले के सतत विकास की कहानी जरूर कह रहे है।