
निजीकरण के विरोध में बैंकों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल
16-17 दिसंबर को बैंक हड़ताल से कामकाज प्रभावित, उपभोक्ता हो रहे परेशान
जनपथ टुडे, डिंडोरी 16 दिसंबर 2021, (प्रकाश मिश्रा की रिपोर्ट) गुरुवार से देशभर में बैंकिंग और एटीएम सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में यूनियन फोरम ऑफ बैंक (यूएफबीयू), 9 बैंक यूनियनों की एक छतरी संस्था ने 16 दिसंबर से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। जिसकी वजह से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया बैंक हड़ताल के कारण बड़ौदा और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित और कई अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बैंक सेवाओं में व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है।
बैंक यूनियनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021 में घोषणा की थी कि सरकार के 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य के तहत चालू वित्त वर्ष के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों का निजीकरण किया जाएगा। बैंकिंग कंपनी (उपक्रमों का अधिग्रहण और हस्तांतरण) अधिनियम, 1970 में प्रावधान में संशोधन करने के लिए, जो सरकार के लिए हर समय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी रखना अनिवार्य बनाता है, केंद्र ने संशोधन विधेयक 2021 संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र में बैंकिंग कानूनों को पेश करने का निर्णय लिया था जिसमें नया बिल सरकार की न्यूनतम शेयरधारिता को घटाकर 26 फीसदी कर देगा। बैंक यूनियनें केंद्र से बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 को वापस लेने का आग्रह कर रही हैं। यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश नहीं किया जा सकता है।
दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में इन बैंकों की सहभागिता
निजीकरण का विरोध कर रहे UFBU नौ बैंक यूनियनों का एक छत्र निकाय है, जिसमें AIBOC, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) और राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी संगठन (NOBW) शामिल हैं। बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रीय परिसंघ (एनसीबीई), भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी संघ (आईएनबीईएफ), भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (बीईएफआई) और बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रीय संगठन (एनओबीडब्ल्यू) और अखिल भारतीय बैंक द्वारा प्रतिनिधित्व अधिकारियों के संगठनों द्वारा प्रतिनिधित्व यूनियनों ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) ने भी इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस देशव्यापी विरोध में सरकारी बैंकों के लगभग नौ लाख कर्मचारी भाग लेंगे।
मुख्यालय सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में भी बैंक में लटका रहा ताला
इस क्रम में डिंडोरी जिले में भी UFBU के तत्वाधान में केंद्र सरकार के उक्त संशोधन बिल के विरोध में सभी बैंकों के स्टाफ ने विरोध प्रदर्शन किया। डिंडोरी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा के सामने सभी बैंकर्स ने एकत्रित होकर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया साथ ही इस बिल व निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके बाद क्रमश रैली निकाल कर यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक व पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं में जाकर अपना विरोध प्रदर्शन व एकता का प्रदर्शन किया।