
नाम निर्देशन पत्र जमा करने केंद्रों पर उमड़ी भीड़, अव्यवस्थाओं के बीच नामांकन हुए जमा
विगत वर्षो की अपेक्षा नाम निर्देशन पत्र की प्रक्रिया जटिल – ज्योति प्रकाश धुर्वे
जानकारी के अभाव में भटकते रहे प्रत्याशी और उनके समर्थक
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 20 दिसंबर 2021, जिले में पंचायत चुनाव के पहले और दूसरे चरण के चुनाव हेतु नाम निर्देशन पत्र जमा करने के लिए अभ्यर्थियों के साथ साथ उनके प्रस्तावको और समर्थकों की अच्छी खासी भीड़ निर्धारित किए गए केंद्रों पर देखी गई। ज्ञात हो कि सोमवार 20 दिसंबर प्रथम और द्वितीय चरण के चुनाव हेतु नामांकन फॉर्म जमा करने का अंतिम दिन रहा है।
नाम निर्देशन फॉर्म प्रक्रिया विगत वर्षों की अपेक्षा जटिल
जिला पंचायत की निवर्तमान जिला अध्यक्ष तेजतर्रार भाजपा नेत्री ज्योति प्रकाश धुर्वे ने बताया कि विगत वर्षो की अपेक्षा वर्तमान समय में नाम निर्देशन पत्र की प्रक्रिया को जटिल बना दिया गया है। नाम निर्देशन फॉर्म जमा करने के साथ अदेय प्रमाण पत्रों सहित अन्य समस्याएं भी अभ्यर्थियों को परेशान करने वाली है। नाम निर्देशन पत्र जमा करने के लिए बड़ी संख्या में आए अभ्यर्थी और उनके समर्थकों की भीड़ के सवाल पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जिला प्रशासन एवं जिला निर्वाचन की ओर से अभ्यर्थियों और उनके साथ आई आम जनता के लिए सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए थी जो किसी भी नाम निर्देशन केंद्रों में देखने को नहीं मिली। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का भी पालन कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। नामनिर्देशन केंद्रों में साफ-सफाई पर भी उन्होंने सवाल उठाए।
निर्धारित समय अवधि के बाद भी नामांकन पत्र जमा करने भटकते रहे लोग
नाम निर्देशन पत्र केंद्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नामांकन फॉर्म जमा करने के लिए अंतिम दिन में 3:00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है किंतु देखा गया है कि अभ्यर्थियों को जानकारी न होने तथा जरूरी दस्तावेज़ों को जुटाने में समय लगने कारण समय के बाद भी बड़ी संख्या में लोग नाम निर्देशन पत्र जमा करने के लिए नामनिर्देशन केंद्रों के चक्कर काटते रहे ।
नाम निर्देशन केंद्रों में नहीं की गई समुचित व्यवस्थाएं
नाम निर्देशन केंद्रों में बड़ी संख्या में आए अभ्यर्थियों और उनके सहयोगियों के लिए न तो बैठने की व्यवस्था की गई और न ही पेयजल के लिए पानी ही उपलब्ध रहा। यदि कोई अभ्यर्थी किसी प्रकार की लिखा पढ़ी करना चाहे तो भी उसे जमीन पर ही बैठक जमाने मजबूर होना पड़ा। वहीं इन केंद्रों पर न तो कोई पार्किंग की व्यवस्था की गई थी न ही अनावश्यक भीड़ पर नियंत्रण के कोई इंतजाम किए गए।
कोरोना की तीसरी लहर को भी जमकर नजर अंदाज किया गया बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ को कोरोना की गाइडलाइन के पालन के लिए ना तो किसी भी प्रकार के दिशा निर्देश दिए गए और ना ही कोई सांकेतिक बोर्ड लगाए गये । नामनिर्देशन केंद्रों में साफ सफाई का भी अभाव देखा गया। नामांकन जमा करने नियुक्त अधिकारियों के अतिरिक्त केंद्रों पर किसी तरह का अमला नहीं दिखाई दिया, जिसको लेकर लोगों में असंतोष व्याप्त रहा।