
दिग्विजय और सिंधिया का नहीं हो पाया “भरत – मिलाप
डिंडोरी – जनपथ टुडे, 24.02.2020
नहीं हुई अकेले में बातचीत
गुना -कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सिंधिया और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बीच अकेले में मुलाकात नहीं हो सकी। समयाभाव के कारण यह गुप्तवार्ता टल गई।हालाकि दोनों नेता जब एकदूसरे के आमने-सामने आए तो गर्मजोशी से मिले और एकदूसरे को मालाए भी पहनाई। इस दौरान दिग्विजय के मंत्री पुत्र जयवर्धन सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान दोनों नेताओं के समर्थक नारेबाजी करते रहे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में गुटबाजी खत्म करने दिग्गी और सिंधिया आठ साल पहले राजीव गांधी कांग्रेस भवन का लोकार्पण करने आए थे। इस दौरान दोनों नेता ने एक-दूसरे की शान में जमकर कसीदे पढ़े थे। वहीं कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष नुरुलहसन नूर ने मंच से दोनों नेताओं के एक होने की बात कही।
ठीक आठ साल बाद गुना में फिर दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया सर्किट हाउस के बंद कमरे में 45 मिनट तक बैठक होना थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
कांग्रेस में राजनीति की चौसर पर इस बैठक को लेकर कई नेता मायने निकाल रहे हैं। नेता दबी जुबान में यही कहते नजर आ रहे हैं कि दिग्गी और सिंधिया की बैठक प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा की सीट की रणनीति को लेकर है। अब यह बैठक कब होगी यह तय नहीं है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की सर्किट हाउस की गोपनीय बैठक को लेकर शहर में राजनीतिक पारा बढ़ गया था। मंत्रियों से लेकर शहर के कांग्रेसी इस बैठक को लेकर कई राजनीतिक मायने भी निकाल रहे थे लेकिन उसके बाद भी शहर के होर्डिंग और बैनरों ने कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी को हवा दे दी ।
सिंधिया समर्थकों ने शहर को होर्डिंग और बैनरों से पाट दिया , लेकिन उसमें दिग्विजय सिंह का फोटो कही भी नहीं था। वहीं प्रदेश सरकार के सात कैबिनेट मंत्री सोमवार को सिंधिया के साथ कार्यक्रम में शामिल होने थे।गौरतलब है कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हारने के बाद दूसरी बार गुना आए।