
रेत उत्खनन पर लग रहे आरोपों का ठेकेदार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया खंडन
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 26 जून 2020, विगत लंबे समय से जिले में रेत खनन को लेकर रेत ठेकेदार के पी भदोरिया की कार्यप्रणाली आरोप लगाए जा रहे थे। कई तरह के आरोपों पर हंगामे के बीच आज जिले में रेत के ठेकेदार के पी सिंह भदौरिया का जिले में खनन कार्य व प्रबंधन देख रहे राजू खान ने जिले के पत्रकारों के सामने अपना पक्ष रखते हुए सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
उन्होंने जिला मुख्यालय के सभी पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना पक्ष रखने हेतु बुलाया था लग रहे आरोप ग्रामीणों को तंग किए जाने, अवैध रूप से नाके लगाए जाने, लोगों की निजी जमीन पर रास्ता निकाले जाने, वन भूमि से रास्ता बनाने और आदिवासियों को तंग करने के सभी आरोपों का खंडन करते हुए। उपलब्ध दस्तावेज सभी पत्रकारों के सामने रखें और उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी ग्रामीणों ने किसी भी हथियारबंद व्यक्ति से परेशान किए जाने का कोई मामला दर्ज नहीं करवाया है। इसी तरह रेत की जांच चौकियों पर सिर्फ मेटेरियल सामग्री ढोने वाले वाहनों की जांच और रेत की गाड़ियों की रॉयल्टी चेक की जा रही है इसके अलावा अन्य किसी भी तरह के वाहनों को रोका जा रहा है न किसी तरह को परेशानकिया जा रहा है, और इसकी कोई शिकायत भी कहीं नहीं हुई है। वहीं उन्होंने किसानों की भूमि पर से रास्ता निकाला गया है उनके साथ किए गए अनुबंध की कॉपी पत्रकारों के समक्ष दिखाई।
पत्रकार वार्ता में नीरज श्रीवास्तव, पंकज शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, अनिल पटेल, नाजनिन पठान, राम प्रकाश मिश्रा, शिवराम बर्मन, अविनाश डांडिया, बॉबी, दीपक नामदेव, असगर सिद्दीकी, प्रदीप राजपूत, आनंद श्रीवास्तव आदि पत्रकार उपस्थित थे सभी ने रेत खनन में अनियमितताएं और अवैध कारोबार के लग रहे आरोपों के संबंध में प्रश्न उठाए जिनका राजू खान द्वारा उत्तर दिया गया।
जिले में जारी रेत कारोबार पर मीडिया और राजनैतिक दलों के लोगो द्वारा लगातार शिकायते की जा रही है और गड़बड़ी और गुंडागर्दी के आरोप लगाए जाते रहे है जिस पर आज ठेकेदार की ओर से सार्वजनिक तौर पर जानकारी देते हुए अनावश्यक दबाव बनाए जाने की बात कही और सभी आरोपों को शिरे से नकारते हुए स्पष्ट किया कि अनावश्यक दबाव और हर व्यक्ति को सफाई देना संभव नहीं है हम नियम और कानून के हिसाब से कार्य कर रहे है और जहां भी कोई गलती होगी पुलिस, प्रशासन और वन विभाग, खनिज विभाग आदि के जिम्मेदार अधिकारी शासन कि और से सतत निगरानी हेतु बैठे है उन पर सभी को भरोसा रखना चाहिए।