
वन विभाग की कार्रवाई के दौरान बुजुर्ग बैगा महिला चोटिल, FIR दर्ज
सिमरधा कांड का विरोध, भाजपा राज में आदिवासियों पर अत्याचार
आदिम जनजाति समाज विकास व कल्याण संघ ने सौपा ज्ञापन
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 22 सितंबर 2022, प्रशासन द्वारा बैगा आदिवासियों की लहलहाती फसल को बलपूर्वक जनवरों से चराने की कार्रवाई को अंजाम देने के दौरान विशेष संरक्षित जनजाति की बुजुर्ग महिलाओं से मारपीट की गई थी। एक महिला के चोटिल होने की दशा में समनापुर थाना में बैगा महिला मंगली पति तिहारी बैगा की शिकायत पर FIR भी दर्ज की गई है। उक्त मामले का सभी वर्ग जमकर विरोध कर रहे हैं। वन विभाग और प्रशासन द्वारा बैगा परिवारों के साथ की गई बर्बरता की निंदा करते हुये, आदिम जनजाति समाज विकास व कल्याण संघ समनापुर ने बुधवार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और दोषी सरकारी अमले पर कार्रवाई की मांग की है।
संघ ने प्रशासन की इस कार्रवाई को तानाशाही करार देते हुये जिम्मेदारों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने, फसलों को नष्ट करने के एवज में पीड़ित बैगा समाज के लोगों को त्वरित मुआवजा प्रदान करने, काबिज भूमि का पट्टा प्रदान करने की मांग की है। ज्ञापन सौपने के दौरान संघ के जिला अध्यक्ष अमर सिंह मोहताडिया, गुलाब सिंह मोहतादिया जिला सचिव, रूप सिंह तिलझारिया, सुरेश कचनारिया, महेंद्र निगुनिया समनापुर ब्लॉक अध्यक्ष के और जयस के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रपाल मरकाम मौजूद रहे।
गौरतलब है कि वन परिक्षेत्र उत्तर समनापुर अंतर्गत वन ग्राम सिमरधा में निवासरत बैगा जनजाति द्वारा रोपी गई फसल को वन विभाग द्वारा 14 सितंबर को पुलिस की सहायता से बलपूर्वक मवेशियों से चरवा दिया गया था।कार्रवाई के एवज में वन विभाग ने बैगा परिवारों पर वन भूमि में अतिक्रमण के आरोप लगाये थे। जबकि बैगा परिवारों ने उक्त भूमि पर दशकों से काबिज होने का दावा कर कार्रवाई को नाजायज ठहराया था। इस कार्रवाई के दौरान बुजुर्ग बैगा महिला मंगली पति तिहारी सिंह बैगा चोटिल हुई थी।मंगली ने हाथ की हड्डी टूटने की शिकायत की थी। मंगली की शिकायत पर समनापुर थाना में FIR भी दर्ज की गई है।हालांकि मामले में वन विभाग ने बचाव की मुद्रा में आते हुये विशेष संरक्षित जनजाति पर की गई अमानवीय करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश के तहत अन्य तीन गांव के ग्रामीणो को लामबंद कर वन भूमि पर बैगाओं द्वारा अतिक्रमण करने की शिकायत प्रशासन से करवाई थी। ग्राम खम्हरिया, अतरिया और समनापुर वन सुरक्षा समिति में शामिल ग्रामीणो के जरिये वन विभाग ने अतरिया के कक्ष क्रमांक 365 और कक्षक्रमांक 364 में अतिक्रमण की शिकायत कार्रवाई थी।यहाँ यह बताना भी उचित होगा कि 14 सितंबर को वन विभाग ने इन्ही वन सुरक्षा समिति खम्हरिया,अतरिया व समनापुर के सहयोग से कक्ष क्रमांक 364, 365 से अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया था।ऐसी दशा में स्पष्ट है कि वन समितियो का ढाल के रूप में उपयोग कर बैगाओं और अन्य ग्रामीणो के बीच दरार डालने की करतूत को अंजाम दिया जा रहा है।मामले पर अन्य राजनैतिक दलों ने BJP की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सूत्रों की माने तो गवर्नर ने भी मामले को सज्ञान में ले लिया है।