
इकलौते निर्विरोध चुने गए जिला पंचायत सदस्य हीरा सिंह राजपूत
शिवराज और सिंधिया के मंत्रियों के बीच फिक्सिंग की चर्चा
जनपथ टुडे, भोपाल, 18 जून 2022, मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज है और प्रदेश की राजनीति दिलचस्प होती जा रही है। प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनाव में एकमात्र जिला पंचायत सदस्य का चुनाव निर्विरोध संपन्न हो गया।
गौरतलब है कि प्रदेश में कहीं भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव आसान नहीं है और इस पद पर निर्विरोध चुना जाना बहुत ही कठिन है। किन्तु सागर जिला पंचायत में यह संभव हो सका किन्तु उसके पीछे की कहानी में दो मंत्रियों के बीच हुआ समझौता चर्चा में है। जो कहानी सामने आ रही है उसने शिवराज और सिंधिया खेमे के दो मंत्रियों के बीच सीट फिक्सिग की चर्चा है।
सागर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाई हीरा सिंह प्रयास में है। उन्होंने वार्ड क्रमांक 4 अनारक्षित मुक्त से पर्चा भरा किन्तु इस वार्ड में 13 दावेदार मैदान में थे और सबसे बड़ी बात शिवराज सिंह के करीबी मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे अशोक बामोरा भी मैदान में थे जिनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष थी। कुल मिला कर इस सीट पर कैसेट जम के फस गई पर मंत्री गोविंद सिंह भाई हीरा ठाकुर की जिला पंचायत अध्यक्ष बनने की मुराद पूरी करवाने के लिए जमकर जुट गए। अंततः दोनों मंत्रियों के बीच हुए समझौते के बाद भूपेंद्र सिंह के भतीजे अशोक बामोरा ने अपना पर्चा वापस ले लिया और फिर अन्य उम्मीदवार भी मैदान छोड़कर चले गए और हीरा राजपूत प्रदेश में निर्विरोध चुने गए इकलौते जिला पंचायत सदस्य बन गए। आगे वे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी करेगे।
इस पूरे समझौते के पीछे चर्चा है की भूपेंद्र सिंह को सागर महापौर पद के लिए राजपूत की ओर से फ्री हैंड दे दिया गया है, वे जिसे चाहेंगे राजपूत उसका ही समर्थन करेंगे।