
जर्जर प्राइमरी स्कूल भवन में बच्चे पढ़ने को मजबूर
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 16 अगस्त 2022, जिले के अमरपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पड़रिया रैयत के प्राइमरी स्कूल भवन जर्जर हो चुका है। जहां लगभग 25 से 30 मासूम बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी कुंभकरण की नींद सो रहे हैं।
स्कूल भवन की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि पूरी छत कब गिर जाए कोई भरोसा नहीं, भवन की छत जगह-जगह उधड़ कर गिर रही है , दीवारों में दरार आ चुकी है और छत की जगह-जगह से सरिया दिख रही है। फर्श पूरा उखड़ गया है जहां छत से टपकने वाला पानी भरा रहता है। ऐसी हालत में जान जोखिम में डालकर नौनिहाल बच्चे पढ़ने को मजबूर है।
ऐसा नही की स्कूल की स्थिति की जानकारी प्रशासन को न हो, जानकारी में बताया गया कि स्कूल शिक्षक के द्वारा भवन की स्थिति के बारे में अधिकारियों को अवगत कराया गया है तब भी स्कूल की मरम्मत कार्य नहीं कराया गया। इस स्थिति में कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है।
पढ़ाई भी डब्बा
स्कूल में पहली से पांचवी तक की कक्षा संचालित है। जहां बच्चों को पढ़ाया जा रहा है किन्तु देखा गया कि बच्चों से न हिंदी की किताबें पढ़ते आती और न ही इंग्लिश की। शिक्षक से पूछने पर शिक्षक ने कहा की 2 साल के कोरोना काल में बच्चे सब कुछ भूल चुके हैं। जिन्हें सीखने में कुछ टाइम लगेगा स्कूल में शिक्षक की कमी के बाद भी यहां के रेगुलर टीचर गायब रहे दो गेस्ट टीचर भी अक्सर गायब मिलते है और एक ही टीचर पहली से लेकर पांचवी तक दो कमरों में संचालित है जिनको एक ही शिक्षक संभालता है। कुल मिलाकर स्कूल के नाम पर सिर्फ शिक्षकों को सरकार वेतन दे रही है शासकीय स्कूल के नाम पर न तो सुरक्षित भवन है और न ही बच्चों को शिक्षा मिल पा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र के स्कूलों और शिक्षा की दुर्दशा का कभी तो निरीक्षण करना चाहिए जिससे संभव है कि कुछ व्यवस्थाओं में सुधार आ सके।