
प्रेमपुर : पंचायत सचिव हितग्राही से मांग रहा रिश्वत
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 16 सितंबर 2022, प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए लगभग 2 माह से भी अधिक का समय बीत चुका है और नए पदाधिकारियों ने पदभार ग्रहण कर लिया है। कार्य करना आरंभ कर दिया है किंतु भ्रष्टाचारपूर्वक कार्य कर रहे पंचायतकर्मी अभी भी बेखौफ होकर अपने पुराने चरित्र से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। शासन की योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ आम जनता को नहीं मिल पा रहा है तथा पीड़ित ग्रामीणों की सुनवाई भी कहीं नहीं हो रही है।
इसी क्रम में एक मामला समनापुर जनपद पंचायत के प्रेमपुर ग्राम पंचायत से निकल कर आया है। जहां एक वृद्ध महिला अपने विकलांग पुत्र के साथ रहती है और उसे आज तक शौचालय योजना का लाभ महज़ इस कारण नहीं मिल सका है कि उनके पास पंचायत सचिव कोमल (संतोष पाराशर) को देने के लिए ₹ 5000 नहीं है। पीड़ित ग्रामीण लक्ष्मण ठाकुर ने इस संबंध में एक वीडियो वायरल कर प्रशासन का ध्यान खींचने का प्रयास भी किया। लेकिन प्रशासन के कानों में अब तक जूं नहीं रेंगी और वृद्ध महिला अपने विकलांग पुत्र के साथ बहुत ही असुविधाजनक और अपमानजनक स्थिति में जीवन गुजारने को बाध्य है।
उल्लेखनीय है कि पंचायत कर्मियों की इस तरह की शिकायतें जिले भर से आती रहती हैं और संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के चलते कोई कार्यवाही ना होने से भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, उल्टा शिकायतकर्ताओं को पंचायत की अन्य योजनाओं के लाभ से भी पंचायत सचिव, सहसचिव वंचित कर देते हैं। जिसके चलते पंचायती राज व्यवस्था पर शासन की संवेदनशीलता की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पीड़ित ग्रामीण लक्ष्मण सिंह ठाकुर ने बताया कि उसने अनेकों बार इस संबंध में शिकायतें की, मिन्नतें की लेकिन शौचालय आज तक नहीं बन पाया है।