
किसानों से नियम विरुद्ध ली जा रही अधिक धान: प्रशासन मौन
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सुनपुरी में समूह द्वारा किया जा रहा किसानों का शोषण
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जानकारी के बाद भी अधिकारी नहीं कर रहे कार्यवाही
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 5 जनवरी 23, जिले के धान खरीदी केंद्रों पर भोले वाले ग्रामीण किसानों के साथ खुलेआम लूट की जा रही है। धान खरीदी केंद्रों के प्रभारी प्रबंधक एवं महिला समूह के द्वारा शासन के जारी निर्देशों से अधिक मात्रा में धान ली जा रही है।
डिंडोरी कलेक्टर के सख्त निर्देश है कि शासन के द्वारा निर्धारित 40 किलो 600 ग्राम धान वरदाना सहित खरीदी करना है। लेकिन देखा जा रहा है कि जिले के अधिकतर धान खरीदी केंद्रों पर डिंडोरी कलेक्टर के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और किसानों से तय तौल से अधिक धान खरीदी कर किसानों को लूटने का कार्य प्रतिदिन खुलेआम हो रहा है। तब भी नागरिक आपूर्ति निगम, खाद्य विभाग और सहकारिता विभाग के अधिकारी मौन बैठे है उन्हें शासन के नियमों और कलेक्टर के निर्देशों की कोई परवाह नहीं है। वे खरीदी केंद्रों पर चल रही गड़बड़ियों को संरक्षण दे रहे है। मीडिया द्वारा उजागर किए जा रहे तमाम मामलों पर लीपापोती कर प्रशासन की गुमराह किया जा रहा है। किसानों से खुली लूट के बाद भी दोषियों पर कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई है जिससे केंद्रों पर खरीदी की स्थिति सुधर पाए।
ताजा मामला जिले के जबलपुर अमरकंटक मुख्यमार्ग पर स्थित सुनपुरी धान खरीदी केंद्र का है। जहां महिला समूह के द्वारा इस बार धान की खरीदी की जा रही है और बड़े-बड़े अक्षरों में बैनर के माध्यम से उल्लेख किया गया है कि प्रत्येक किसान को 40 किलो 600 ग्राम धान विक्रय करना है। लेकिन समूह की प्रबंधक, सर्वेयर के संरक्षण में किसानों से 41 किलो 200 ग्राम धान ली जा रही है। प्रत्येक किसान को 600 ग्राम प्रति बोरे पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन अभी तक सुनपुरी धान खरीदी केंद्र पर जिम्मेदार पहुंचे ही नहीं है। जिसका फायदा उठाते हुए समूह किसानों के हक पर डाका डालना नजर आ रहा है। खुलेआम समूह के द्वारा आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
इनका कहना , , ,
अभी सभी किसानों से 41 किलो 200 ग्राम धान समूह के द्वारा ली जा रही है जबकि बैनर लगा हुआ है 40 किलो 600 ग्राम का लेकिन यहां पर कोई सुनने वाला नहीं है और सुख के नाम पर 41 किलो 200 ग्राम धान ली गई है।
राजेंद्र कुमार, (किसान)
समूह की महिलाएं कहती हैं कि तुम्हारी धान में नमी रहती है इसीलिए हम 40 किलो 600 ग्राम की जगह 41 किलो 200 ग्राम धान तुमसे खरीद रहे हैं। मजबूरी है क्या कर सकते हैं किसान की कौन सुनता है
उमेश कुमार, किसान सुनपुरी धान खरीदी केंद्र
दीदी लोग बताएंगे की कितनी धान ली जा रही है लेकिन प्रत्येक किसान से 40 किलो 600 ग्राम धान खरीदने का नियम है। धान तौल में दीदी लोग रहती हैं मैं रहता नहीं हूं
प्रशान्त, सर्वेयर,
सुनपुरी धान खरीदी केंद्र
हमको निर्देश 40 किलो 600 ग्राम धान लेने के प्राप्त हुए हैं। लेकिन नमी के कारण 41 किलो 200 ग्राम धान किसान से ली जा रही है। किसान खुद धान हमें 41 किलो 200 ग्राम दे रहे हैं हम गरीब आदमी हैं सूखी धान आती नहीं है।
इंदु देवी,
सुनपुरी धान खरीदी केंद्र प्रबंधक
ख़ामोश क्यों है अधिकारी :
जिले में धान खरीदी केन्द्रों पर न तो किसानों को उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है और न शासन के स्पष्ट आदेश अनुसार निर्धारित मात्रा में धान की जा रही है, तब भी जिम्मेदार विभाग के अधिकारी चुप होकर सारा तमाशा देख रहे है। आखिर क्यों यह सवाल जरूर उठता है। मीडिया के माध्यम से किसानों की आवाज उठाई जा रही है प्रमाणित तौर पर किसानों और जिम्मेदार प्रभारियों के बयान और अधिक तौल के प्रमाणों के बाद भी यदि जिम्मेदार अधिकारी इन केंद्रों पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है तो साफ है कि धान खरीदी के नाम पर प्रति बोरी 600 ग्राम अधिक किसानों से ली जा रही धान के माध्यम से जिला स्तर पर होने वाले इस बड़े घोटाले में सब शामिल है और सबकी हिस्सेदारी है। भले ही प्रत्यक्ष तौर पर यह चोरी केंद्र प्रभारी रहे हो। आगे देखना होगा कि किसानों और गरीबों के प्रति संवेदी जिला कलेक्टर इस पूरे लूट के खेल को रोकने क्या कार्यवाही करते है।