
करंजिया छात्रावास से गायब बालिका पुलिस को डिंडोरी के बालक छात्रावास में मिली, अधीक्षक राजेश चौरे सस्पेंड
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 9 फरवरी 2024, जिले में संचालित शिक्षा विभाग के छात्रावासों की स्थिति क्या है और विद्यार्थियों के इन रहवासों में क्या क्या संभव हो सकता है इसका अनुमान मात्र इस घटना से लगाया जा सकता है कि जिले के करंजिया स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय से गायब हुई बालिका 80 किमी. दूर स्थित डिंडोरी के सीनियर बालक छात्रावास में एक लड़के के साथ सोती हुई मिली। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा बालिका के गायब होने की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए जब डिंडोरी के बालक छात्रावास में देर रात छापेमारी की गई तो बालिका लड़के के साथ सोती हुई पाई गई। पुलिस द्वारा मामले पर आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही।
छात्रावास अधीक्षक गायब और लड़को के छात्रावास में मिली गायब हुई लड़की
प्राप्त जानकारी के अनुसार बालक छात्रावास में पुलिस के द्वारा की गई रेड के दौरान बालक छात्रावास के अधीक्षक जिनका नाम राजेश चौरे बताया जाता है अनुपस्थित थे और पुलिस को लड़के के साथ बिस्तर पर लड़की मिल गई। विभागीय पत्र से इस बात का भी खुलासा होता है की घटना के बाद भी उक्त छात्रावास अधीक्षक से विभागीय अधिकारियों ने फोन पर संपर्क करने का लगभग 25 बार प्रयास किया तब भी उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं किया। विभाग द्वारा छात्रावास अधीक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। उक्त घटनाक्रम जिले के छात्रवासों की स्थिति और छात्रावास अधीक्षकों की जवाबदेही के प्रति घोर लापरवाही का एक नमूना है, जो जिले के शासकीय छात्रावासो की सुरक्षा व्यवस्था और देखरेख में चल रही अंधेरगर्दी का खुलासा करती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले में पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है। वही विभागीय तौर पर भी पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की कार्यवाही की जा रही है जिसके बाद अन्य जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध भी कार्यवाही संभव है।
संभवत किसी लड़की का अपने छात्रावास से भाग कर किसी लड़के के साथ बालक छात्रावास में पनाह लेने का यह पहला मामला प्रकाश में आया है। जो की जिले के छात्रावास की अव्यवस्थाओं और गैर जिम्मेदार अधीक्षक के कारण ही संभव हुआ। छात्रावास की सुरक्षा व्यवस्था में कमी, लापरवाह अधीक्षक और कर्मचारियों के चलते लड़की को बालक छात्रावास में पनाह देने वाले बालक को पहले से ही ज्ञात था की यहां बालिका को आसानी से रखा जा सकता है। जबकि छात्रावास के संचालन के लिए शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार किसी भी बाहरी व्यक्ति का ही छात्रावास में रहना असंभव है और किसी बालक छात्रावास में बालिका का रहना तो कतई संभव ही नही है। जिला मुख्यालय के छात्रावास अधीक्षकों का छात्रावास से गायब रहना यह साबित करता है की उन्हे न तो विभाग के अधिकारियों का भय है न ही विभाग के निर्देशों के पालन करने की परवाह। विभाग के आलाधिकारी कभी मुख्यालय के छात्रवासों का आकस्मिक निरीक्षण भी कर सकते है इसकी भी संभावना किसी को नहीं है। यह स्थिति जिला मुख्यालय के छात्रावास की है तब जिले के ग्रामीण अंचलों में किस तरह की व्यवस्था होगी इसको लेकर छात्रवासी बालक बालिकाओं के अभिभावकों का चिंतित होना लाजमी है।
सहायक आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी आदेश :