
आदिवासियों की जमीनें हड़पने वाले बाहुबलियों और माफियाओं के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी गोगपा : प्रदेश अध्यक्ष
गोगपा अध्यक्ष के दौरे से भू माफियाओं में हड़कंप
धोखेबाजों से जमीन वापस चाहते है पिपरिया के बैगा
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 18 अप्रैल 2025, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजी. कमलेश तेकाम ने बजाग जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पिपरिया माल का दौरा कर स्थानीय लोगों से जानकारी ली। गौरतलब है कि बजाग जनपद क्षेत्र के ग्राम पिपरिया में बॉक्साइट की उपलब्धता को लेकर प्रदेश के कुछ बाहुबली खनन माफियाओं की नजर इस आदिवासी बहुल गांव की जमीनों पर वर्षों से लगी हुई है। जिन्होंने स्थानीय दलालों से मिलकर इस गांव के बैगाओ, आदिवासियों सहित सभी वर्ग के लोगों की जमीनो पर किसी भी तरह से कब्जा करने की साजिश रची और इस गांव की लगभग 800 एकड़ जमीनों को खरीद लिया। पिछले दिनों गांव के लोगों ग्राम पंचायत में इस विषय को लेकर विशेष ग्रामसभा की बैठक की और जमीनों की खरीद फरोख्त में हुई तमाम गड़बड़ियों की जांच कराने, खदान को अनुमति नहीं दिए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया। उक्त ग्राम सभा में पेसा एक्ट के तहत भी खनन की स्वीकृति नहीं दिए जाने का निर्णय लिया गया, उक्त कार्यवाही में जहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति थी वहीं डिंडोरी के जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रेश परस्ते भी उपस्थित रहे और उन्होंने भी आमलोगों की मांग को उचित बताते हुए कार्यवाही करवाने की बात कही। इसके पश्चात ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम बजाग तहसीलदार को ज्ञापन देकर उनसे छलपूर्वक जमीनें खरीदे जाने की लिखित शिकायत की जिसमें उन्होंने दलाल द्वारा औने पौने दाम पर, झूठ बोलकर, फर्जी तरीकों से जमीनें खरीदने का आरोप लगाते हुए। उनकी जमीनें वापस दिलवाए जाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही किए जाने की मांग की थी। “राष्ट्रीय मानव” बैगा आदिवासियों की इस गुहार पर अब तक जिला प्रशासन द्वारा किसी कार्यवाही के संकेत नहीं मिले है। वही बैगा आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी करने वाले दलाल और उनके कथित आका सक्रिय हो गए है और अब स्थानीय ग्रामीणों और उनका साथ देने वालों पर दबाव बनाए जाने की जानकारियां मिल रही है।
उक्त मामले की वास्तविक स्थिति जानने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष इंजी. कमलेश तेकाम ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ 17 अप्रैल को पिपरिया सहित गांव के सभी टोलों में जाकर ग्रामीणों से मुलाकात की जिसमें लोगों ने धोखाधड़ी कर, फर्जी तरीके से माटी मोल जमीनें उनसे खरीदे जाने की जानकारी दी। बैगा आदिवासी बहुल ग्राम के अधिकांश ग्रामीणों ने बताया कि दलालों ने बहला फुसला कर अशिक्षित और सीधे साधे लोगों से जमीनें खरीद ली है और अब वे उन पर जमीन से हटने के लिए दबाव बना रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके परिवारों के भरण पोषण और रोजी रोजगार का एकमात्र सहारा यही कम उपजाऊ, पथरीली, असिंचित जमीनें थी जो उन्हें धोखा देकर छीन ली गई है अब वे क्या करेंगे, कैसे जीवन यापन करेंगे समझ नहीं आ रहा है। ग्रामीणों ने अपनी जमीनों की बिक्री, कीमत सहित अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच कराकर न्याय दिलाए जाने की मांग की। ग्रामीणों की मांग है कि ग्राम में खदान शुरू किए जाने की अनुमति शासन प्रशासन द्वारा नहीं दी जाए नहीं तो ग्राम के अधिकांश परिवारों के सामने जीवन मरण की स्थिति निर्मित हो जाएगी, गांव के निवासियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पार्टी उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लगेगी जिला प्रशासन और शासन यदि मामले की जांच कर विशेष संरक्षित बैगा जनजाति के लोगों के साथ न्याय नहीं करता तो पार्टी मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि किसी भी दलाल या माफिया के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। उनके साथ कोई भी घटना होती है तो उन्हें सूचित करे हमारे स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता दल बल के साथ तत्काल उनके पास पहुंचेंगे और उनके लिए हर तरह से लड़ाई लड़ी जाएगी। पिपरिया माल के दौरे के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर को भी पूरे मामले की जानकारी देनी चाहिए किंतु देर शाम होने के कारण संभव नहीं हो सका अतः पार्टी के स्थानीय नेता आगामी कार्य दिवस में जिला कलेक्टर को उक्त ग्राम की वास्तविक स्थिति, दलाल और खनन मीडियाओ के कारनामों की लिखित जानकारी एवं पिपरिया माल और बगरेली सानी में कटनी जिले के जिन चार आदिवासियों के नाम पर लगभग 800 एकड़ जमीनें खरीदी गई है उनकी वास्तविकता और आर्थिक स्थिति से भी अवगत कराया जाएगा। मामले की जांच करवाकर न्यायपूर्ण कार्यवाही किए जाने का मांग पत्र कलेक्टर को सौंपेगे।
प्रदेश अध्यक्ष के दौरे से दलाल और माफियाओं में हड़कंप
इस पूरे मामले में जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है वही अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी प्रदेश के बाहुबली खनन माफिया और उसके इशारे पर काम करने वाले कथित भू माफिया के खिलाफ आवाज उठाने का साहस नहीं जुटा पा रहे है। मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की सक्रियता से अब तक जो चुपचाप बैगा और आदिवासियों को छलने का खेल शांतिपूर्वक चल रहा था उसमें बाधा उत्पन्न होती देख कर इन लोगों में खलबली मच गई है।
भू माफिया की संपति की जांच की मांग करेगी गोगपा
इस पूरे मामले में बॉक्साइट के खनन का काम किसके द्वारा किया जा रहा है और आदिवासियों की जमीनों को हड़पने में किस स्थानीय भू माफिया का हाथ है सब जानते है पर कोई भी इनका नाम खुलकर नहीं ले रहा है। इन ग्रामीणों को यह तो नहीं पता कि उनकी जमीन किसने खरीदी, न ये लोग उसको जानते है न पहचानते है तब भी इनकी जमीनें बेच दी गई। सभी ग्रामीण जिनके साथ धोखा हुआ है वे लोग बजाग निवासी जस्सू साहू ( यशवंत साहू) का खुलकर नाम ले रहे है और उनका कहना है कि सभी की जमीनें जस्सू साहू द्वारा बिकवाई गई है जिनके नाम पर जमीनें खरीदी गई या जिनके लिए जमीनें खरीदी गई वे कभी भी उनके संपर्क में नहीं आए है। ग्रामीणों के इन आरोपों की पुष्टि जांच कराकर की जा सकती है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजी कमलेश तेकाम ने उक्त भू माफिया के आय व्यय और सम्पत्ति की जांच करवाए जाने हेतु पार्टी की ओर से शीघ्र आर्थिक अपराध की जांच हेतु लोकायुक्त और ईओडब्लू को पत्र लिखने की बात कही है ताकि सच सामने आ सके और अपराधी सीखचों के पीछे जा सके।
आदिवासियों के साथ ज्यादती बर्दास्त नहीं करेगी गोगपा
प्रदेश अध्यक्ष इंजी कमलेश तेकाम ने आदिवासी बहुल जिले में ही आदिवासियों की धन संपत्ति पर आए इस संकट को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदिवासियों के साथ अन्याय, धोखाधड़ी और ज्यादती को किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगी। आदिवासियों का शोषण करने वाले कितने भी बलशाली हो, राजनैतिक संरक्षण प्राप्त हो उन्हें पार्टी के कार्यकर्ता सबक सिखा कर ही दम लेगे। पीड़ित ग्रामीणों के साथ पार्टी के कार्यकर्ता हर समय खड़े है उनके साथ कुछ भी होता है पार्टी उनके साथ है।