
डिंडोरी में त्यौहारों की तैयारियां जोरों पर: शांति समिति की बैठक सम्पन्न
जनपथ टुडे डिंडोरी 2 सितंबर।
आगामी ईद-मिलाद-उन-नबी, अनंत चतुर्दशी, नवरात्रि एवं दशहरा जैसे प्रमुख त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुए मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या की अध्यक्षता में शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में साम्प्रदायिक सौहार्द, जनसुरक्षा, स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं की सुनिश्चितता को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में भाजपा जिला अध्यक्ष श्री चमरू सिंह नेताम सहित कई जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन के सदस्य, पुलिस अधीक्षक श्रीमती वाहिनी सिंह, एसडीएम, नगर परिषद सीएमओ, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, आरटीओ और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर ने कहा कि 5 सितंबर को ईद-मिलाद-उन-नबी, 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन), 22 सितंबर से नवरात्रि और 2 अक्टूबर को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। इन सभी पर्वों को आपसी भाईचारे, पारंपरिक उत्साह और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने की अपील की गई।
- प्रमुख निर्णय और निर्देश:
- गणेश विसर्जन केवल निर्धारित विसर्जन कुंडों में किया जाएगा। सुरक्षा हेतु तैराक, होमगार्ड जवान, गोताखोर, रस्सी और लाइफ जैकेट की व्यवस्था रहेगी।
- 108 एम्बुलेंस, चिकित्सक टीम और जीवन रक्षक दवाओं के साथ स्वास्थ्य विभाग को मुस्तैद रहने के निर्देश।
- डीजे पर प्रतिबंध, केवल सीमित ध्वनि में स्पीकर चलाने की अनुमति।
- धारदार हथियारों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग इस पर निगरानी रखेंगे।
- सभी थाना व तहसील स्तर पर स्थानीय समिति की बैठकें आयोजित कर, पंडाल प्रमुखों और आयोजकों की जानकारी संकलित की जाएगी।
- सड़क मरम्मत के लिए नगर परिषद और निर्माण एजेंसी को 2 दिनों के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश।
- बस स्टैंड के पास मछली दुकानों को अन्यत्र स्थानांतरित करने और पुराने गल्ला गोदाम परिसर में चौपाटी व्यवस्थित करने के निर्देश।
- विद्युत आपूर्ति, जल व्यवस्था, फायर ब्रिगेड और सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु संबंधित विभागों को अलर्ट किया गया।
- बैठक में नगर की सड़कों की दुर्दशा, सार्वजनिक स्थलों की सफाई, यातायात व्यवस्था और खाद्य सामग्री की गुणवत्ता जांच पर भी जोर दिया गया। मिठाई दुकानों में खाद्य सुरक्षा मानकों की सघन जांच के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने सभी से अपील की कि वे अपने-अपने स्तर पर नगर, वार्ड और कस्बों में साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें, ताकि सभी पर्व शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्वक सम्पन्न हो सकें।