
बेदखली का नोटिस बैगाओ ने किया हंगामा
जनपथ टुडे डिंडौरी 16 सितंबर।
डिंडौरी जिले में मंगलवार को वन अधिकार पत्र को लेकर बैगा आदिवासियों ने जोरदार हंगामा किया। दक्षिण समनापुर वन परिक्षेत्र के आठ गांवों के सैकड़ों आदिवासी बेदखली नोटिस मिलने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते के बंगले में जमा हो गए। वहीं कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम दर्जनों आदिवासियों के साथ वन विभाग के दफ्तर पहुंचे।
ये है मामला –
वन विभाग ने 10 फरवरी को दक्षिण समनापुर वन परिक्षेत्र के रजनी सरई, ढाबा, रंजरा, बंजरा, भर्रा टोला, छपरा, अजगर, लमोटा, पोड़ी, दामी, तितराही और गौरा गांवों के आदिवासियों को जंगल की जमीन पर कथित अतिक्रमण को लेकर नोटिस जारी किया था। इसमें एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए गए थे।
इस पर बैगा आदिवासी भड़क उठे। रजनी सरई गांव के केवल बैगा ने बताया कि उन्हें 2009 में ही वन अधिकार पत्र मिल चुका है, बावजूद इसके 2025 में बेदखली का नोटिस थमा दिया गया। वहीं पोड़ी गांव के शिवचरण पंचगैया ने कहा कि 96 दावों में से 56 लोगों को तो पट्टा मिल गया है, लेकिन 40 दावे दो साल से लंबित पड़े हैं।
डीएफओ बोले देंगे पट्टा
जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि वे अधिकारियों से बैठक कर जल्द समाधान निकालने की कोशिश करेंगे।
इस संबंध में डीएफओ पुनीत सोनकर ने कहा कि वन अधिकार अधिनियम 2005 के तहत 13 दिसंबर 2005 से पहले जो लोग वन भूमि पर काबिज हैं, उन्हें भूमि का पट्टा दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों को नोटिस मिला है उनकी जांच कराई जाएगी और जांच में पात्र होने के बाद उन्हें भी पट्टा दिया जाएगा।