
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से नहीं मिल पा रहा है बच्चों को मध्यान भोजन
प्रकाश मिश्रा की कलम से
जनपथ टुडे डिंडोरी 07 अक्टूबर 25 – डिंडोरी जिले में सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही और उदासीनता के चलते शासन की योजनाएं केवल कागजों में ही संचालित होती दिखाई दे रही है लापरवाही इस कदर हावी है कि सरकार की मंशा के अनुरूप योजनाओं का संचालन धरातल पर दम तोड़ते नजर आ रहा है। फिलहाल मामला बच्चों को दिए जाने वाले मध्यान भोजन का है। एक तरफ सरकार बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदारों की लापरवाही से बच्चे मिड डे मील से वंचित हो रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं डिंडोरी जिले के नाराणडीह गांव के वनबासी टोला स्थित प्राथमिक विद्यालय की जहां मिड डे मील में लापरवाही का मामला सामने आया है। दरअसल यहां स्कूल में बच्चों को भोजन नहीं मिलने पर उन्हें खाली पेट घर भेज दिया गया।जानकारी में बताया जा रहा है कि स्कूल के रसोईघर में गैस खत्म हो जाने के कारण खाना नहीं बनाया जा सका। इसलिए शिक्षक ने बच्चों को घर जाकर भोजन करने को कह दिया।बच्चों के मुताबिक यहां मिड डे मील में रोजाना सिर्फ दाल और चावल ही परोसा जाता है, लेकिन कभी वह भी नसीब नहीं होता।मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत में एमडीएम प्रभारी ने जांच और कार्रवाई की बात कही है।
इनका कहना है –
जिला पंचायत में एमडीएम का प्रभार कुछ दिन पहले ही मुझे मिला है मध्यान भोजन में लापरवाही की जानकारी आपके द्वारा मुझे मिली है मैं स्वयं इसकी जांच करूंगा और दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी करूंगा।
रामसजीवन वर्मा,
एमडीएम प्रभारी
डिंडोरी