
दीपावली पर्व पर ग्रामीण आजीविका मिशन की दीदियों ने मिट्टी के उत्पादों का लगाया स्टॉल
शहपुरा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदोरिया सहित अधिकारी और कर्मचारी रहे मौजूद
संपादक प्रकाश मिश्रा 8963976785
जनपथ टुडे डिंडौरी 16 अक्टूबर, 2025-
मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला डिंडौरी के अंतर्गत संचालित स्व-सहायता समूहों की दीदियों द्वारा दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में मिट्टी से निर्मित उत्पादों का स्टॉल लगाया गया।
स्टॉल में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए आकर्षक एवं पर्यावरण हितैषी उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें विभिन्न प्रकार के सुंदर दीपक, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, गुल्लक, गोबर से बने दीपक एवं अन्य पारंपरिक सामग्री शामिल हैं। ये सभी वस्तुएं स्थानीय संसाधनों से हस्तनिर्मित हैं और इन्हें दीदियों ने अपनी मेहनत और कौशल से तैयार किया है।
विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने अपने उद्बोधन में कहा कि “दीदियों द्वारा स्वदेशी मिट्टी के दीपक और पर्यावरण अनुकूल सामग्री का निर्माण आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में सराहनीय कदम है। आज ग्रामीण महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि समाज में प्रेरणा का स्रोत भी बन रही हैं।” उन्होंने उपस्थित जनों से अपील की कि इस दीपावली पर अधिक से अधिक स्वदेशी एवं स्थानीय उत्पादों का उपयोग करें ताकि ग्रामीण अंचलों की दीदियों को प्रोत्साहन और आर्थिक सहयोग मिल सके।
कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने कहा कि “ग्रामीण आजीविका मिशन की दीदियों द्वारा बनाए जा रहे स्वदेशी और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद न केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगदान हैं, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का भी माध्यम है। दीदियों का यह प्रयास महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का प्रेरणादायक उदाहरण है।”
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि “इस दीपावली पर स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें ताकि स्थानीय कारीगरों और समूहों को प्रोत्साहन मिले।”
इस अवसर पर शहपुरा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे, कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिव्यांशु चौधरी, अपर कलेक्टर जे.पी. यादव, जिला परियोजना प्रबंधक श्रीमती अर्पणा सोनकिया पांडेय, जिला प्रबंधक श्रीमती निशारानी पड़वार, प्रभारी जिला प्रबंधक भगत आर्मो, बलराम गवले, अमित वैश्य सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
अतिथियों ने दीदियों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की और उन्हें आत्मनिर्भरता एवं स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। ग्रामीण आजीविका मिशन के इस प्रयास से महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन का अवसर प्राप्त हो रहा है।