
मेकल सुता कॉलेज में विश्व विद्यार्थी दिवस पर आयोजित हुआ व्याख्यान कार्यक्रम
संपादक प्रकाश मिश्रा 8963976785
जनपथ टुडे डिण्डौरी 17 अक्टूबर2025- स्थानीय मेकलसुता कॉलेज एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वावधान में विश्व विद्यार्थी दिवस पर व्याख्यान का आयोजन किया गया किया गया।
कार्यक्रम में अतिथि परिचय के बाद शुभारंभ किया जिसमें डॉ स्वर्ण तिवारी द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस पर भूमिका रखते हुए बताया गया कि हर साल देश के 11वें राष्ट्रपति रहे डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम की जयंती पर यह दिवस मनाया जाता है। कलाम साहब का व्यक्तित्व देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत है। वो भारत के राष्ट्रपति ही नहीं रहे, बल्कि देश के महान वैज्ञानिकों में से भी एक रहे। यही वजह है कि उनका सम्मान पूरी दुनिया में किया जाता है। अपने जीवनकाल में अपनी बातों से डॉ कलाम से सबसे ज्यादा छात्रों को प्रेरित किया है। उनका जीवन आज भी छात्रों के लिए उदाहरण है। इसीलिए हर साल 15 अक्टूबर को उनकी जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता डॉ बालस्वरूप द्विवेदी ने अपने वक्तव्य में बताया कि डॉ कलाम का बहुत लोकप्रिय और प्रेरक विचार है ‘सपने वो होते हें जो सोने नहीं देते’, जो छात्रों को हमेशा प्रेरित करती है। डॉ कलाम 2002 से 2007 के बीच देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। इससे पहले वो भारत के प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत रहे और उनके नाम कई बड़ी उपलब्धियां दर्ज हैं। इसके अलावा वह शिक्षण कार्य से भी जुड़े रहे। अपनी बातों और विचारों से उन्होंने देश के छात्रों और युवाओं को खूब प्रेरित किया। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम के जैनुलआबिदीन मराकायर और आशियाम्मा जैनुलआबिदीन के घर हुआ था।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य डॉ बिहारी लाल द्विवेदी द्वारा बताया गया कि कलाम साहब का मानना था कि शिक्षा वो जादू है जो इंसान को ही नहीं पूरे समाज में बदलाव ला सकती है और छात्र ही देश का भविष्य हैं। आप मानते थे कि देश के छात्रों को अगर सही मौका मिले, तो वो दुनिया को बदलने का दम रखते हैं। वो हमेशा कहते थे कि हर बच्चे में बदलाव लाने की क्षमता है, जरूरत है तो उसे सही रास्ता दिखाने की। उनकी किताब Wings of Fire ने स्टूडेंट्स को बड़े सपने देखने की आदत डाली और यही वजह है कि उनका जन्मदिन 15 अक्टूबर अब वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम में आभार प्रो मोहिनी बालरे द्वारा व्यक्त किया गया, कार्यक्रम का संचालन ईशान तिवारी बीएससी प्रथम वर्ष द्वारा किया गया। कार्यक्रम में स्टाफ व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।