
मासूम बच्चे कर रहे गुहार, स्कूल भवन बनवा दो सरकार – खुले आसमान के नीचे अपना भविष्य सवार रहे नौनिहाल

खुले आसमान के नीचे अपना भविष्य सवार रहे नौनिहाल
संपादक प्रकाश मिश्रा 8963976785
जनपथ टुडे डिंडोरी 26 दिसम्बर 2025- प्रदेश सरकार नौनिहालों की बेहतर शिक्षा के नित नई पहल कर रही है मंशा सिर्फ इतनी है कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले स्कूली बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छे वातावरण में सरल और सहज रूप में प्राप्त हो सके। इसके लिए सरकार करोड़ों रुपयों का आवंटन भी शिक्षा विभाग को दे रही है किन्तु जिले में शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सरकार की योजनाएं धरातल पर धूल खाती नजर आ रही हैं।
फिलहाल एक और मामला डिण्डौरी जिले के मेहदंबानी जनपद पंचायत के अंतर्गत भोड़ा साजमाल नेटी टोला का सामने आया है जहां घास फूस से बनी हुई छप्पर के नीचे विद्यालय का संचालन हो रहा है। जिसमें पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक में 37 बच्चे अध्यनरत है व एक नियमित शिक्षक अपनी सेवाए दे रहे है।
अगस्त 2024 में शासन के निर्देश पर डिस्मेंटल किया गया था जर्जर भवन
ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान बताया कि पिछले वर्ष अगस्त 2024 को शहपुरा एसडीएम के आदेश से जर्जर भवन होने के कारण भवन को तुडवा दिया गया था,और भवन को टूटे 1 वर्ष से अधिक हो गया लेकिन अभी तक शासन के द्वारा बच्चों के लिए भवन की व्यवस्था नहीं की गई है नतीजन बच्चे छप्पर के नीचे बैठकर पढ़ने के लिए बच्चे मजबूर हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से भवन के लिए मांग को लेकर विभागीय अधिकारियों को लिखित आवेदन दिया लेकिन अभी तक वहां पर भवन नहीं बन पाया है।
पहले जनसुनवाई में पहुंचे फिर सहायक आयुक्त जनजाति विभाग को दिया आवेदन
ग्रामीणो ने बताया कि दिनांक 01/07/ 2025 को जनसुनवाई में भी शिकायत की जिसके बाद प्रकरण डीपीसी डिण्डौरी को मामले की जांच करने भेज दिया गया परन्तू कई महीना बीत जाने के बाद भी भवन निर्माण के लिए कोई पहल जिला प्रशासन के द्वारा नहीं की गई है। इसके बाद दिनांक 20/08/2025 को सहायक आयुक्त डिण्डौरी से भी पूरे मामले की शिकायत की गई थी परन्तू अभी तक सहायक आयुक्त कार्यालय से भी भवन निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की पहल नहीं की गई जिसके कारण विद्यालय में पढ रहे नौनिहाल का भविष्य अंधकार में है।
इनका कहना है –
विद्यालय आज भी भवन विहीन है पुराने भवन के खुले परिसर में कक्षाएं लगाई जा रही हैं इसके लिए पूर्व में विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा गया है विगत 15 दिन पहले ही पुनः प्रस्ताव बना कर भेजा गया है।
प्रकाश राज
शिक्षक नेटिटोला



