
केरल से लौटे मजदूरों को गांव तक पहुंचाने में वाहन चालक की बहानेबाजी
(नाजनीन खान की रिपोर्ट)
मजदूर शिकायत करने पहुंचे कोतवाली,
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 30 जून 2020,कोरोना संकट के दौरान जिलेभर में प्रवासी मजदूरों का लौट कर आना अभी भी जारी जारी है। 27 जून को केरल से लौटे लगभग 100 मजदूर वापस आए थे। मंगलवार को इनके साथी कोतवाली पहुचे,जहाँ शासकीय चंद्र विजय कॉलेज में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में बरती जा रही लापरवाही और उन्हें छोड़कर जाने वाली गाड़ी के ड्राइवर के द्वारा परेशान किए जाने के चलते कोतवाली में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थाने के पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें तहसीलदार से संपर्क करने के लिए कहा। वही मजदूरों की मानें तो उन्होंने बताया कि वह वह समनापुर और अमरपुर ब्लॉक जाने के लिए दिन भर से परेशान हो रहे हैं ,जहां पर उन्होंने पर्ची डॉक्टरों के द्वारा काट के घर जाने की अनुमति तो दे दी लेकिन छोड़ने के लिए बस का इंतजाम नहीं होने के चलते परेशान मजदूर क्वारेन्टीन सेंटर से कोतवाली थाना पहुंचे थे हमारे प्रतिनिधि ने इसे वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि हम 27 जून से यहां डिण्डोरी पहुंच चुके थे जहां केरल के इडकी जिले में इलायची तोड़ने का काम करने गए हुए थे, जहां पर लगभग 3 महीनों से लॉकडाउन के दौरान रुके हुए थे, वहां से ट्रेन से इटारसी तक अपने खर्चे पर पहुंचे वहीं इटारसी से डिण्डोरी भी प्रत्येक व्यक्ति 1400 रुपए गाड़ी का किराया देकर डिण्डोरी पहुंचे,जहां पहुंचने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण होने के बाद हमें डॉक्टर द्वारा क्लीन चिट दे दी गई, लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में हमें गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं दिया जा रहा है वहीं कॉलेज में हर जगह गंदगी फैली है जिसके विषय में वहां के कर्मचारियों से बात की लेकिन किसी ने सफाई नहीं की इसके बाद ड्राइवर के द्वारा भी हमारे पास दो-तीन दिन से डीजल नहीं है जाना है तो खुद चले जाओ कह कर परेशान किया जा रहा है जबकि हमसे बाद आए हुए लोगों को छोड़ दिया गया है, और हमसे बोला गया कि खाना खाकर रेस्ट करो उसके बाद छोड़ दिया जाएगा लेकिन अभी तक हमें छोड़ा नहीं जा रहा है।इनमे शामिल करण सिंह, दिलीप घनेश , संदीप,सारस जैसे कई श्रमिक शिकायत करने कोतवाली पहुंचे थे।