
केपी सिंह नरोत्तम मिश्रा का मिलन चर्चा में
जनपथ टुडे,भोपाल, 20 जुलाई 2020, मध्य प्रदेश प्रदेश कांग्रेस में चल रही हलचल रुकने का नाम नहीं ले रही है और साफ महसूस हो रहा है की कांग्रेस के अंदर खाने में अभी भी बहुत कुछ पक रहा है जो आने वाले समय में निश्चित रूप से जाहिर होगा। एक और जहां सोमवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ अपने एक एक विधायकों को बुलाकर उनसे वफादारी के वचन ले रहे थे वही ठीक उस के दूसरे दिन भाजपा के प्रमुख नेता और प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ पिछोर विधायक के पी सिंह की मुलाकात कुछ गंभीर संकेत दे रही हैं।
हालांकि दोनों के बीच क्या बात हुई यह ज्ञात नहीं लेकिन यह मुलाकात सियासी भूचाल लाने में सफल रही है। गौरतलब है की के पी सिंह जी एक अनुभवी वरिष्ठ कांग्रेस के ऐसे नेता रहे हैं जिनकी जमीन पर जड़ें बहुत गहरी हैं और अपने क्षेत्र में बेहद मजबूत नेता हैं, दबे स्वर में यह भी कहा जा रहा है कमलनाथ के कार्यकाल में हुई अपनी उपेक्षा को वो अब तक भुला नहीं पाए और सही मौके की तलाश में है और पिछोर का एक कद्दावर नेता भी कांग्रेस से अपना पिंड छुड़ाने का मन बना चुका है। अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस को अगर यह झटका पड़ता है तो निश्चित रूप से ताबूत में आखिरी कील साबित होगा और कांग्रेस का भविष्य लगभग खत्म हो जाएगा। हालाकि देखना है भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है?
इस तरह से कांग्रेस से नेताओ का जाना कहीं न कहीं कांग्रेस के भीतर कुछ तो गड़बड़ है का इशारा करती है। भले कांग्रेस कितना भी दावा करे कि किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता पर ये साफ है कि अब कांग्रेस की हालत दिनों दिन बेहाल और कमजोर होती जा रही है।