नन्हें छात्रों के हक पर डाल रहे डाका

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देव सिंह भारती

जनपथ टुडे, डिंडौरी, 18 जुलाई 2021, शासन द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को पोषण आहार के तहत मध्यान भोजन की व्यवस्था की गई हैं। जिसके लिए शासन द्वारा खाद्यान्न के साथ पर्याप्त राशि भी प्रदान की जाती है और पूरे सप्ताह का मीनू भी जारी किया गया हैं।

योजना वर्तमान समय में सिर्फ और सिर्फ दिखावा बनकर रह गई हैं। लगभग विगत एक वर्ष से भी अधिक समय से कोरोना काल में सभी विद्याल यों में शिक्षण कार्य बन्द है जिसके कारण शासन के आदेशानुसार छात्रों को सुखा राशन व सामग्री वितरण किया जाना हैं।

 

परंतु जिम्मेदार लोगों द्वारा इस खाद्यान्न सामग्री के वितरण में अनियमित्ताएं बरती गई हैं। गांवों में जाकर सिर्फ और सिर्फ चावल एवं गेहूं का वितरण कर दिया गया हैं। इसके साथ तेल, मसाला, नमक आदि का वितरण ही नहीं किया गया हैं। जिससे आक्रोशित अभिभावकों द्वारा पंचनामा तैयार कर शिकायत समाजसेवी घनश्याम चिचाम मोहनझिर द्वारा विकासखंड शिक्षा अधिकारी अमरपुर को की गई। साथ ही प्रतिलिपि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डिंडौरी एवं जनपद पंचायत अमरपुर को दी गई हैं।

परंतु समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की जांच या कार्यवाही नहीं हो सकी हैं। अब देखना यह हैं कि इस मामले में जांच एवं कार्यवाही होती हैं या अन्य प्रकरणों की तरह यह मामला भी ठंडे बस्ते में जाएगा।

हॉस्टलों के नाम पर भी बड़े घोटाले का अंदेशा

कोरोना काल के चलते हॉस्टल भी बन्द है और यहां रहने वाले छात्रों के लिए आवंटित होने वाले राशन को लेकर भी सवाल उठ रहे है। गौरतलब है कि कुछ जिलों में इस संबंध में जिला प्रशासन से जांच भी शुरू कर दी है कि बन्द हॉस्टल्स का राशन आखिर कौन हड़प गया। इस पूरे मामले में छात्रावास प्रभारी, राशन दुकान से लेकर नागरिक आपूर्ति निगम और खाद्य विभाग तक संदेह के घेरे में है। जिले में भी इसी तरह की सुगबुगाहट सुनाई दे रही है।

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