बिल्डर मोखा ने दिखाई ताकत जांच अधिकारी बदलाया
एसडीएम गोरखपुर करेंगे अमृत हाइट्स भूमि घोटाले की जांच
एसडीएम आधारताल की जांच में विश्वास नहीं था बिल्डर पक्ष ने लगया था अधिकारी बदलने का आवेदन
जनपथ टुडे, जबलपुर, 31 दिसंबर 2000 , सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े शहर के चर्चित बिल्डर सरबजीत सिंह मोखा ने आखिर अपनी ताकत दिखा ही दी। आगा चौक की बहुमंजिला नई बनी अमृत हाइट्स के सरकारी भूमि पर बनने के मामले में बिल्डर मोखा ने अपने रसूख के बूते पर जांच अधिकारी को ही बदलवा दिया। आधारताल के एसडीएम की जांच पर भरोसा नहीं होने का आवेदन लगाकर मौखा ने कलेक्टर से जांच अधिकारी का बदलाव करवाया है। जिसके अनुसार अब एसडीएम गोरखपुर जांच करेंगे 31 जुलाई 2010 को अनुविभागीय अधिकारी ने 27 मई 2009 के तहसीलदार के उस आदेश का पुनअवलोकन की अनुमति दी थी जिसके तहत भूमि का नामांतरण नरेंद्र विश्वकर्मा पिता शंकर लाल विश्वकर्मा के नाम से कर दिया गया था जिस पर अब मोखा बहुमंजिला अमृत हाइट्स बिल्डिंग खड़ी कर दी है। वर्तमान आदेश के मुताबिक यह बिल्डिंग क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी राज्य परिवहन निगम की है लेकिन संदेहास्पद दस्तावेज प्रस्तुत कर सन 2009 में चालाकी के साथ भूमि को शासकीय से हटाकर निजी भूमि के रूप में दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद मौखा बिल्डर के साथ अनुबंध कर बहुमंजिला इमारत खड़ी की गई और धड़ल्ले से इसके फ्लैट कई लोगों को बेच दिए गए लंबे समय तक इस मामले की कार्यवाही को आगे नहीं बढ़ाया गया अब तहसीलदार प्रदीप मिश्रा की बारीकी से जांच करने के बाद गुण दोष के आधार पर भूमि स्वामी के नाम से दर्ज होना चाहिए और उसके पश्चात परिवहन विभाग व अन्य व्यक्ति या संस्था के द्वारा उक्त भूमि का विधिपूर्वक प्राप्त करने के लिए नियम अनुसार कार्यवाही करनी चाहिए यानी अब नंदू विश्कर्मा और बिल्डरों के मालिक नहीं है और ना ही वह इस पर बने फ्लैटों का क्रय विक्रय कर सकते हैं। एक आदेश जारी कर तहसीलदार द्वारा पूर्व में नामांतरण को शून्य घोषित कर दिया गया था।
सब की जांच पर नजर टिकी हुई हैं
मामले को निपटाने के लिए तो यह सब नहीं किया जा रहा है सभी को एम गोरखपुर की जांच रिपोर्ट का इंतजार है कि हाल ही में जारी हुए आदेश का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जानकारों का ये भी दावा है कि उक्त भूमि सरकारी है और उसे चालाकी से निजी बनाकर खेल खेला गया है। और अब एसडीएम बदलने के बाद जांच में क्या होता है इस पर सबकी नजर है।