चिट फंड कंपनीयो के एजेंटों ने अपनी सुरक्षा और कंपनियों से निवेशकों को राशि दिलाने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 29 जुलाई02020, जिले में पूर्व में चल रही चिटफंड कंपनियां जो कि जिले के लोगों की बचत को जमा कराकर चंपत हो गई और फिर कार्यवाही में कई अभिकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही की गई और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया। साथ ही साथ अभीकर्ताओं को जमा कर्ताओं द्वारा धमकी दिए जाने, वाद-विवाद किए जाने जैसे कई मामले सामने आते हैं। इस पूरे मामले को लेकर विभिन्न कंपनियों में कार्य करने वाले अभिकर्ताओं द्वारा सर्व कल्याण वेलफेयर फाउंडेशन के माध्यम से जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सभी अभिकर्ता के हितों को ध्यान देते हुए इस बात की मांग की गई है कि लोगों की बचत लेकर कंपनियां फरार हो गई है और उनके शाखा कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों और क्षेत्रों में कार्यरत एजेंटों को लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। इसके अलावा पुलिस द्वारा भी इनके खिलाफ कार्यवाही की जाती है। जबकि लोगों की बचत की राशि लेकर कंपनियां चंपत हो गई जिनके खिलाफ कार्यवाही कर जिले के गरीब पर मजबूर निवेशकों का पैसा वापस दिलवाने तथा अभिकर्ता जिनका काम केवल लोगों की जमा राशि लेना और कंपनी तक पहुंचाना था उन्हें बेवजह सजा मिल रही अतः समस्त बंद हो चुकी चिटफंड कंपनियों के एजेंटों को सुरक्षा और कंपनियों से निवेशकों की धनराशि वापसी हेतु संगठन के माध्यम से ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा गया।
जिसमें जिले में कार्य करने वाली लगभग 52 कंपनियों की सूची दी गई है जो कि जिले के निवेशकों का करोड़ों रुपए लेकर गायब हो चुकी है किंतु उनके खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जबकि एजेंटों के विरूद्ध प्रशासनिक कार्यवाहियां भी की गई और निवेशक भी उन्हें प्रताड़ित करते है इस दौरान बेरोजगार हो चुके ये सभी एजेंट प्रताड़ित है और कुछ एजेंटों ने आत्महत्या तक के ली है साथ ही विषम परिस्थिति में अन्य भी आत्मघाती कदम उठा सकते है। ज्ञापन में सरकार एवं पुलिस प्रशासन के माध्यम से कंपनियों के मालिकों के साथ-साथ इन सभी के संचालकों पर भी धोखाधड़ी और राशि का गबन किए जाने के आपराधिक प्रकरण दर्ज कर इनकी चल अचल संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों को उनकी जमा राशि वापस दिलवाने, अभिकर्ता को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है। सर्वहित महकल्यान बेल्फेयर फाउंडेशन के माध्यम से आज जिले भर के लगभग 150 एजेंटों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।