शहडोल में कोरोना विस्फोट, 34 पॉजिटिव मिले
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 12 अगस्त 2020, कल शाम शहड़ोल मेडिकल कालेज से जारी कोरोना रिपोर्ट में 34 लोगों को संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अब तक का यह सबसे बड़ा बूम है, एक ही दिन में इतनी संख्या में अब तक पॉजिटिव केस नहीं पाए गए थे।
पिछले एक सप्ताह में शहडोल जिले में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जिस दिन पॉजिटिव केस न मिले हो। सोमवार को भी 14 नए संक्रमित पाए गए थे और मंगलवार को 34 फिर पॉजिटिव मिले। गौरतलब है कि शहडोल में बहुत जल्दी संक्रमित केसो का आंकड़ा इकाई से सैकड़ा पार कर गया है।
बीते दिनों में पुलिस विभाग, प्रशासनिक कार्यालयों से जुड़े 28 कर्मचारियों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। शहडोल का पुलिस अधीक्षक कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, खनिज और तहसील कार्यालय के अलावा कुछ और शासकीय विभागों के कार्यालय बंद कर दिए गए है।
शहडोल जिले में कोरोना क पॉजिटिव केसो की संख्या जिस तरह बढ़ रही है उससे जिले में हड़कंप मचा हुआ है वहीं पुलिस और प्रशासन की भी नींद उड़ी हुई है। बढ़ते हुए आंकड़ों के बाद भी आमलोग और दुकानों पर निर्देशों का पालन लोग नहीं कर रहे है।
कुछ ऐसी ही स्थिति डिंडोरी जिले की है पिछले सप्ताह कोरोना संक्रमण के पोजिटिव केस लगातार बढ़े है रोज संक्रमित मरीजों की पोजिटिव रिपोर्ट आ रही है। इसी सप्ताह एक दिन में 10 पाजेटिव केस के बाद कल 16 लोगो की कोरोना रिपोर्ट पाजेटिव आई है दोनों ही एक दिन में संक्रमित पाए गए केसो की बड़ी संख्या रही है और अब जिला सैकड़े के पास पहुंचने की कगार पर है।
मंडला में भी दो दिन पहले 14 केस एक ही दिन में पाए गए थे और कल एक व्यक्ति की कोरोना से मृत्यु के बाद, आसपास के जिलों की स्थिति बिगड़ती नज़र आ रही है और लगभग एक जैसा ट्रेंड सभी जगहों पर दिखाई दे रहा है जो खतरे का साफ संकेत है किन्तु शासन द्वारा लॉक डॉउन का निर्णय अब स्थानीय प्रशासन के हवाले कर दिया गया है और सिर्फ जिले को सील करने से बहुत नियंत्रण संभव नहीं है। लॉक डॉउन का कारोबारी, ठेकेदार और पंचायतों में पालन गंभीरता से नहीं किया जा रहा है वहीं प्रशासन भी कड़ाई और कार्यवाहियों को लेकर सख्त नहीं है जिससे अब कोरोना संक्रमण बगरने की हालत डिंडोरी सहित आस पास के जिलों में भी देखी जा रही है। आमलोग बढ़ते आंकड़ों के बाद भी संजीदा नहीं है जो बड़े खतरे का संकेत है और यह भी जाहिर बात है कि ग्रामीण जिलों में सुविधाएं और व्यवस्थाएं शहरों से कमजोर है।