कोरोना तेरी मजाल क्या………?
कोरोना तेरी मजाल क्या………?
कोरोना से भले पूरी दुनिया तबाह होने की स्थिति में आ गई हो पर न आंकड़े कम हो रहे है न खतरा। सोशल मीडिया पर लोगों की बातों में लापरवाही बरते जाने पर चिंताएं बहुत व्यक्त की जा रही है पर, फालतू घूमने का मोह और बाजार की हवा खाने की माया से बंचित कोई नहीं होना चाहता।
हमारे जिले में हाल और भी दर्शनीय है लापरवाहियों का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ने पर आमादा हर आदमी अपनी कारगुज़ारियों को निहारने तैयार नहीं है। हम लोग मास्क कोरोना से बचने के लिए कम, पुलिस से बचने के लिए अधिक लगाते है।
ऐसा ही कुछ नजारा आज डिंडोरी से सक्का की तरफ जा रही एक टैक्सी में देखा गया जहां, भीतर क्षमता भर सवारी बैठी हुई थी उसके बाद ऊपर से नहीं सवारियों लटकी हुई थी, ये रवैया सामान्य दिनों में तो आम था ही पर आज कोरोना काल में जब दो गज की दूरी की बातें, हिदायत के चलते की जा रही है किन्तु दो गज के इस वाहन में दर्जनों लोग मुंह जोड़े लटके है, कुछ ऐसे चुनौती दी जा रही है कोरोना को और यह आज के दौर में सामाजिक दायित्व का मुजाहरा है जो पूरी जिले में कहीं भी इसी तरह देखा जा सकता है।