हाथरस कांड में वांटेड महिला का जबलपुर कनेक्शन
जनपथ टुडे, 10 अक्टूबर 2020, देश भर में चर्चित हाथरस कांड इं दिनों खासा चर्चित है। इस काण्ड को लेकर यूपी सरकार की परेशानियां रुकने का नाम नहीं ले रही है। दलित समाज और रेप तथा हत्या से जुड़ी यह घटना इं दिनों राष्ट्रीय चर्चा का विषय बनी हुई है। कांग्रेस इस मुद्दे पर यूपी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है वहीं यूपी सरकार घटना को राजनैतिक और कुछ संगठनों द्वारा प्रायोजित घोषित करने में लगी हुई है, साथ ही सरकार ने एस आई टी गठित की है वह भी, मामले को तूल देने वालों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है और घटना को अब नक्सली मूमेंट से भी जोड़ा जा चुका है। इसी क्रम में यूपी पुलिस एक महिला को तलाश रही है जिस पर पीड़ित परिवार के साथ रहते हुए उस लड़की की भाभी बताने के आरोप है और एस आई टी इसे नक्सली संगठन से जुड़ा से जुड़ा हुआ बता रही है।
उक्त महिला का नाम राजकुमारी बंसल है और वह जबलपुर मेडिकल कॉलेज में पदस्थ है, पेशे से डाक्टर इस महिला ने खुद के हाथरस जाने की बात भी स्वीकारी है पर वह इसे अपना सामाजिक सहयोग देने जाना बता रही है पीड़ित परिवार से इसका व्यक्तिगत तौर पर कोई संबंध नहीं है। यूपी पुलिस ने इस महिला के खिलाफ दंगे फैलाने और ग्रामीणों को भड़काने का मामला दर्ज किया है। डाक्टर बंसल आज मीडिया के सामने आई और उन्होंने यूपी पुलिस के आरोपों से इंकार किया है।
हाथरस में गेंग रेप पीड़िता की भाभी बता रही थी डाक्टर बंसल
बताया जाता है कि घटना के बाद उक्त डाक्टर ने मीडिया को पीड़िता की भाभी बताते हुए बयान दिया था। सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी जिस परिजन को सांत्वना देती दिखाई गई थी वह यही महिला डाक्टर बताई जाती है। जबकि इनका उस परिवार से कोई रिश्ता नहीं है इसके चलते यूपी पुलिस इनका घटना से कनेक्सन संधिग्ध मान रही है और इनके खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है।
पीड़ित परिवार को सहानुभूति देने गई थी
जबलपुर से बहुत दूर स्थित हाथरस तक जाने की बात तो डाक्टर साहिबा ने स्वीकारी है और वे कहती है की वे पीड़ित परिवार को सहुनुभूती देने भर गई थी। जब इस गांव में मीडिया तक को नहीं घुसने दिया जा रहा था, बड़ी संख्या में पुलिस और फोर्स तैनात थी तब इतनी दूर सिर्फ उनका सहनुभूती व्यक्त करने जाना बिना किसी पुराने परिवारिक संबंध के आसानी से गले उतरने वाला तर्क तो नहीं है।
साइटएस को फोन काल से मिले है चौंकाने वाले संपर्क
हाथरस कांड की जांच कर रही एस ई टी के सूत्र बता रहे है कि नक्सली महिला पुलिस और एसआईटी की टीम से घूंघट ओढ़कर पीड़िता की भाभी बन कर बात कर रही थी। घटना के दो दिन बाद पीड़िता के घर पहुंची थी और उनके घर पर रह कर सबको कथित रूप से भड़का रही थी। बताया जाता है कि एस आईटी को इस महिला की काल डिटेल से कई चौंकाने वाले संपर्क मिले है। उक्त डाक्टर ने भी अपने फोन काल रिकार्ड किए जाने की शिकायत पहले ही पुलिस में की है।