गीधाघाट से हो रही अवैध रेत निकासी, जनप्रतिनिधि पर लग रहे आरोप, खनिज विभाग की कार्यप्रणाली संदिग्ध
अवैध उत्खनन में जनप्रतिनिधि के शामिल होने और संरक्षण के आरोप
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 21 अक्टूबर 2020 नर्मदा नदी से माफियाओं द्वारा रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व जनपद सदस्य काशी मरावी ने इस संदर्भ में विगत दिनों अनुविभागीय अधिकारी डिंडोरी को एक लिखित शिकायत देकर क्षेत्र में हो रहे अवैध रेत खनन और नर्मदा के अंदर वाहनों के जाने से हो रहे प्रदूषण पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए नर्मदा प्रदूषित होने तथा क्षेत्र में अवैध कार्य करने वाले ट्रेक्टरो की आवाजाही से उड़ने वाली धूल से जहां किसानों की खेती खराब हो रही है वही पहुंच मार्ग क्षति ग्रस्त होने की लिखित शिकायत की गई है।
जिला मुख्यालय करीब के घाटों पर माफिया हावी
बताया जाता है कि गीधा घाट, बुधगांव, खरहगहना और कौड़ियां में जम कर रेत का अवैध उत्खनन माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। जिस पर खनिज विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते कार्यवाही नहीं हो पा रही है और माफियाओं के हौसले बुलंद है। गौरतलब है कि अवैध कारोबार और काली कमाई के चलते क्षेत्र में विवाद की स्थितियां भी निर्मित है। ग्रामीणों से कई बार विवाद हो चुका है वहीं शिकायतों आदि के चलते भी क्षेत्र में विवाद की स्थिति देखी जाती है। कभी भी कोई बड़ी घटना इन रेत माफियाओं द्वारा अंजाम दी जा सकती है।
जनप्रतिनिधि का नाम चर्चाओं में, खनिज विभाग संदेह के घेरे में
चर्चा है कि इस क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार करने में बजाग जनपद पंचायत के एक जनप्रतिनिधि शामिल है, जिन्हे राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने की भी बात कही जा रही है वहीं खनिज विभाग द्वारा अब तक इस क्षेत्र में कई शिकायतों और खबरे आम होने के बाद भी कार्यवाही नहीं किए जाने से खनिज विभाग की कार्यप्रणाली संदिग्ध बताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है खनिज विभाग का अमला इन घाटों पर दिखावटी दौरा उस समय करता है जब माफियाओं के वाहन यहां नहीं होते और इनके जाने के बाद माफिया खुलेआम सक्रिय हो जाते है जो पूरी तरह संदिग्ध जान पड़ता है। लगातार बड़ी मात्रा में अवैध खनन होने के बाद भी अब तक कोई बड़ी कार्यवाही करने में खनिज विभाग के सफल नहीं होने पर क्षेत्रवासियों में साठगांठ होने की चर्चाएं व्याप्त है।