मारगांव के बाद अब जलेगांव पंचायत के भ्रष्टाचार पर नजर

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जनपथ टुडे, डिंडोरी, 5 नवम्बर 2020, जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार, गड़बड़ियां और गोलमाल बेहद सहज बात है। ग्रामीण परेशान हैं, विकास कार्यों के नाम पर शासन की राशि का खुला बदरबांट होता रहा है। जनपद और जिला पंचायत की न कभी आंखें खुली और न कान भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के नाम पर मामले दबा दिये गये, कभी फाईलें जनपद में धूल खाती रही तो कभी जिला पंचायत में। भ्रष्टाचार करने वालों को इस तरह से संरक्षण मिलता रहा न शासकीय राशि को लूटने वालों पर समय पर कार्यवाही की गई न आमजन को न्याय मिला। घटिया निर्माण और मनमाने भुगतानों का सत्यापन और मूल्यांकन उपयंत्री आंख मूंदकर करते रहे और जनपद भुगतान करता रहा। किन्तु इन दोषी अधिकारियों को अब तक कार्यवाही के दायरे में नहीं लिया गया जिससे जिले में भ्रष्टाचार का चहुंमुखी विकास होतो रहा।

समनापुर की मारगांव ग्राम पंचायत में करोड़ों रुपए की होली खेली गई। सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक सब अलग-अलग चूना लगाते रहे पंचायत का खजाना लुटता रहा पर जनपद जिला पंचायत की खामोशी तब टूटी, जब आमजन विद्रोह पर उतर आया सड़कों पर जाम लगाया जाने लगा कलेक्ट्रेट में हंगामा होने लगा तब जांच रिपोर्ट के आधार पर सब को दोषी पाया गया। समय पर उनके विरुद्ध कार्यवाही कर दी जाती तो लोगों को इस पर हंगामा नहीं करना पड़ता पर यह भी सच है कि इतना हंगामा न होता तो दोषियों पर अब भी कार्यवाही नहीं होती। मारगांव पंचायत में भ्रष्टों के ऊपर राजनीतिक संरक्षण भी किसी से छिपा नहीं है।

जलेगांव की जांच का नहीं हो पाया खुलासा

अमरपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत जलेगांव के सरपंच पर करोड़ों रुपयों के भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप हैं। अधूरे निर्माण कार्यों की पूरी राशि का आहरण होना, बिना बनाये CC रोड का बोनस भुगतान तो शौचालय निर्माण की राशि हड़पने की शिकायतों पर अब तक कार्यवाही नहीं की गई जबकि पंचायत का कार्यकाल समाप्त होने को है। पंचायत में हुए भ्रष्टाचार को लेकर मच रहे हंगामे के बाद जनपद ने उन्हीं अधिकारियों से जांच भी करा ली है जो पहले ही भ्रष्टाचार की जद में आए निर्माण कार्य और पंचायत द्वारा किए गए फर्जी कार्य के भुगतानों में इनकी भूमिका रही है। जांच टीम ने ग्राम पंचायत में जाकर शिकायतों की जांच लगभग एक माह पूर्व की थी किन्तु अब तक जांच प्रतिवेदन और कार्यवाही का कोई पता नहीं चल पाया है।

जांच प्रतिवेदन गोपनीय है

ग्राम पंचायत जलेगांव में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच जनपद द्वारा करवाई गई थी जिस पर लगातार सीईओ अमरपुर से जानकारी लेते रहे किंतु अब तक इस पर सीईओ ने कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी। आज उन्होंने जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने की बात स्वीकार की है किंतु जांच रिपोर्ट का निष्कर्ष और आगामी कार्यवाही पर वह कुछ बताने को तैयार नहीं है। जन सामान्य से जुड़े मामले और भ्रष्टाचार के आरोपों पर कब और कितनी कार्यवाही हो पाएगी? यह जनपद पंचायत के अधिकारी की कार्यप्रणाली पर निर्भर है। फिलहाल तो जनपद के अधिकारी जलेगांव पंचायत पर मौन साधे हुए हैं। जलेगांव पंचायत पर भ्रष्टाचार के बड़े मामले है लोगों में भारी आक्रोश है शिकायत करने वाले आगे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की बात कह रहे है। सबकी नज़र प्रशासनिक कार्यवाही पर है।

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