नगर पंचायत दे रहा अवैध नल कनेक्शनधारियों को संरक्षण
सार्वजनिक नलों का हो रहा है व्यक्तिगत उपयोग
जिला कलेक्टर से शिकायत के बाद भी नहीं काटे गए अवैध कनेक्शन
जनपथ टुडे, डिण्डोरी 6 नवंबर 2020, जिला मुख्यालय में पेयजल की समस्या हमेशा से बनी हुई है। नगर पंचायत क्षेत्र में जहां नल कनेक्शन लेने लोग महीनों चक्कर काटते फिरते है वहीं अवैध रूप से खुद ही मेन लाईन से लोगों द्वारा अपने घर में कनेक्शन कर लेने का मामला सामने आया है और इन अवैध कनेक्शन करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही तो दूर की बात है नगर पंचायत ने इनको काटना तक उचित नहीं समझा जिससे साफ जाहिर है कि इन लोगों को जिम्मेदार लोगों से संरक्षण मिल रहा था।
जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 14 में 6 लोगों के द्वारा अवैध नल कनेक्शन की शिकायत विगत दिनों जिला कलेक्टर से भी की गई थी। वार्ड क्रमांक 14 झुर्कीटोला के लोगों ने शिकायत में अवैध नल कनेक्शन काटने की मांग की गई थी। किंतु उक्त आवेदन पर नगर पंचायत द्वारा कोई कार्यवाही महीने भर बाद भी नहीं की गई जबकि नगर परिषद में नल व्यवस्था प्रभारी ने यह स्वीकार किया है कि लोगों द्वारा स्वयं नल कनेक्शन अवैध रूप से कर लिए गए हैं। इन पर नगर परिषद द्वारा कोई भी कार्यवाही लंबे समय से नहीं की गई जबकि जिम्मेदार अमले को इनके अवैध होने की जानकारी थी। जिला कलेक्टर से इस सम्बन्ध में की गई शिकायत भी नगर पंचायत को भेजी गई थी।
पूरे मामले में नगर परिषद की कार्यवाही संदिग्ध
वार्ड क्रमांक 14 मेंं 6 लोगों के द्वारा अवैध रूप से स्वतः नल कनेक्शन की बात परिषद का अमला स्वीकारता है और उसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने जिला कलेक्टर से भी की थी। किंतु इन अवैध कनेक्शन को न तो पूर्व में नगर पंचायत के अमले ने चिन्हित किया न ही इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई। 2 दिन पूर्व इनमें से एक कनेक्शन काटे जाने की जानकारी मिली है शेष कनेक्शन उपयंत्री प्रवीण ठाकुर द्वारा सर्वजनिक बताये जा रहे हैं। उनका कहना है की यह सार्वजनिक नल हैं गलती से बहुत करीब लगा दिए गए हैं इनको वहां से हटा दिया जावेगा। सार्वजनिक नल कितनी दूरी पर लगाए जाते हैं इसका निर्धारित नियम है दूसरा सार्वजनिक नल का निजी उपयोग आपत्तिजनक है। किंतु नगर पंचायत और नल जल प्रभारी को अवैध नल कनेक्शनों की जानकारी होने के बाद भी उनको न तो काटा गया न ही उनके विरुद्ध कार्यवाही की गई। जिला कलेक्टर के माध्यम से प्राप्त शिकायत के बाद भी इन कनेक्शनों को नहीं कांटा जाना नगर पंचायत की मनमानी का नमूना है। इसी तरह वार्ड क्रमांक 1 में सार्वजनिक नल को घर के अंदर उपयोग किए जाने पर भी नगर परिषद शांत बैठा है।
(वार्ड 1 यहां से लापता हो गया सार्वजानिक नल)
जहां लोग वैध तरीके से नल कनेक्शन के लिए महीनों भटकते हैं वही अवैध रूप से हुए कनेक्शन पर नगर परिषद की चुप्पी संबंधितों की कार्यप्रणाली को उजागर करती है और उनके विरूद्ध कार्यवाही से बचने की कोशिश साफ इशारा करती है कि कहीं न कहीं इस पूरे मामले में नगर पंचायत का अमला भी संलिप्त है।